विवानसिंह राजपूत इंदौर। सतना की युवती ने इंदौर निवासी एक सिक्युरिटी एजेंसी के विधुर संचालक से बकायदा शादी की और 20 दिन बाद 14 तोला सोने के जेवर व नकदी समेटकर रफूचक्कर हो गई। पीड़ित मामले की शिकायत लेकर हीरा नगर थाने पहुंचा तो टीआई शशिकांत चौरसिया ने उक्त केस नए साल में दर्ज करने का कहते हुए चलता कर दिया, जबकि सीएसपी अजय जैन ने फरियादी के आवेदन पर ‘अपराध पंजीबद्ध करने योग्य’ लिखकर टीआई के पास भेजा था।
जय अंबे सिक्युरिटी एजेंसी संचालक सुखलिया निवासी छोटेलाल पिता शारदाप्रसाद मिश्रा (50) की पूर्व पत्नी का दस साल पहले निधन हो चुका है। तीन बेटियां हैं, जिनकी शादी हो गई। छोटेलाल के मुताबिक कॉलोनी में रहने वाले दोस्त ध्यानेंद्र ने अपने साले रविकांत के माध्यम से रिश्ते की बात चलाई थी। रविकांत ने अपने रिश्तेदार संजीव शर्मा से परिचय कराया, जिसने 28 वर्षीय माया शर्मा से विवाह का प्रस्ताव रखा। उसने रविकांत के जरिये माया का फोटो दिखाया, जो छोटेलाल को पसंद आ गई। दोनों परिवार शादी के लिए तैयार हो गए। संजीव ने माया को अपनी बहन बताया था।
...तो आरोपियों को गिरफ्त में कब लेगी पुलिस
छोटेलाल के मुताबिक पहले तो उन्हें घटना सुनकर थाने से चलता कर दिया गया। इसके बाद उन्होंने सीएसपी जैन को आवेदन देकर पूरे घटनाक्रम से अवगत कराया, जिन्होंने आवेदन पर टीप लिखकर हीरा नगर टीआई के पास भेजा था। टीआई का कहना है कि यह केस नए साल में दर्ज करेंगे। ऐसे में सवाल यह है कि नए साल में केस दर्ज होगा तो पुलिस आरोपियों को कब और कैसे पकड़ेगी।
शादी के पहले जमा कराए 1.15 लाख
रिश्ता तय होने के बाद माया ने छोटेलाल से कहा उसे 1.15 लाख रुपए चाहिए, जिसके बाद ही वह शादी कर सकेगी। उक्त रुपए उसने छोटेलाल से अपनी सहेली अनुपमा के अकाउंट में जमा कराए थे। इसके बाद दोनों की शादी हो गई।
शादी के 20 दिन बाद भागी
शादी के 20 दिन बाद 8 दिसंबर की सुबह माया ने छोटेलाल द्वारा उसे दिलाए गए करीब 14 तोला सोना व आधा किलो चांदी के जेवर सहित 98 हजार रुपए इकट्ठा कर लिए। छोटेलाल के बाथरूम में जाते ही उसने बाहर से दरवाजा बंद कर दिया और फरार हो गई।
केस दर्ज होगा
आपसे मामले की जानकारी मुझे मिली है। ऐसा नहीं होना चाहिए। फरियादी के आने पर मैं आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज करवाऊंगा।
-हरिनारायणचारि मिश्रा, डीआईजी