कपिल राठौर/विकास पांडे इंदौर। इंदौर में बन रही नंदी की प्रतिमा संभवत: देश की सबसे बड़ी नंदी प्रतिमा होगी। छह माह से बन रही इस प्रतिमा का निर्माण पूरा होने में तीन महीने और लगेंगे। इसे रामनवमी पर महाकाल मंदिर उज्जैन में समर्पित किया जाएगा। इसकी लंबाई 22 फीट, 14 फीट ऊंचाई और वजन 11 क्विंटल है।
मां से मिली प्रेरणा
नंदी की प्रतिमा बनाने वाले मुख्य कारीगर पप्पू यादव ने बताया कि उन्हें मां तुलसा बाई से इसकी प्रेरणा मिली है। मां भगवान शिव की भक्त थीं तथा मां अहिल्या को भी काफी मानती थीं। उनका दस वर्ष पूर्व स्वर्गवास हो गया है। उनका सपना था कि वे महाकाल के लिए कुछ करें। ऐसे में नंदी और शिव प्रतिमा बनाने की इच्छा जागी। यादव सिंहस्थ में भी महाकाल के लिए बड़ा रथ बना चुके हैं।
पीतल वर्क भी होगा
यादव के मुताबिक, नंदी प्रतिमा बनाने में अब तक करीब दस क्विंटल लोहा लग चुका है। चूंकि वे लोहे के पुराने कारीगर हैं, इसलिए इसे इकट्ठा करने में ज्यादा परेशानी नहीं आई। इस पर पीतल का वर्क भी होगा।
नंदी पर घूमेगा शिवलिंग
यादव ने बताया, नंदी प्रतिमा की लंबाई करीब 22 फीट है। अभी ऊंचाई 11 फीट है, जबकि नंदी के ऊपर घूमने वाला शिवलिंग बनेगा, जिसकी ऊंचाई करीब तीन फीट रहेगी। शिवलिंग को घूमाने के लिए नंदी के पेट में मशीन फीट की जाएगी। नंदी की पीठ पर घूमता शिवलिंग आकर्षण का केंद्र रहेगा।
चार लाख रुपए आएगा खर्च
यादव के अनुसार, प्रतिमा बनाने में करीब चार लाख रुपए खर्च होंगे। ये रुपए वे खुद खर्च कर रहे हैं। चूंकि वे इसे महाकाल को समर्पित करना चाहते हैं,इसलिए कोई आर्थिक मदद नहीं ली। यादव ग्वालटोली में दुकान चलाते हैं। यहीं प्रतिमा का निर्माण चल रहा है। इसमें उनकी मदद नक्काशी करने वाले रफीक भाई व सजावट करने वाले चंदन यादव कर रहे हैं।