20 Apr 2024, 06:44:16 के समाचार About us Android App Advertisement Contact us app facebook twitter android

गौरीशंकर दुबे इंदौर। अगले साल 12 से 16 जनवरी तक होने वाला रणजी ट्रॉफी सीजन 2016-17 का फाइनल मुकाबला इंदौर के होलकर स्टेडियम में होगा। बीसीसीआई मैच आवंटन समिति के एक अधिकारी ने नाम न छापने की शर्त पर कहा कि एक सेमीफाइनल राजकोट में होगा, जबकि दूसरा एक दो दिन में निर्धारित कर लिया जाएगा। संभवत: दूसरा सेमीफाइनल मुकाबला विशाखापट्टनम में खेला जाएगा। इसकी घोषणा जल्द ही कर दी जाएगी।

गौरतलब है कि चालू क्रिकेट सत्र में इंदौर के अलावा राजकोट तथा विशाखापट्टनम ने अपने -अपने प्रवेशी टेस्ट मैच आयोजित कराए हैं। इंदौर में भारत व न्यूजीलैंड टेस्ट मैच के दौरान स्टेडियम में हरेक दिन दर्शकों की खासी उपस्थिति रही थी। इसी से प्रभावित होकर बोर्ड उसे फाइनल की मेजबानी देने जा रहा है। रणजी ट्रॉफी का पहला सेमीफाइनल 3 से 7 जनवरी व दूसरा भी इसी दिन से शुरू होगा।

न्यूट्रल वेन्यू का प्रभाव
गौरतलब है कि भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड ने चालू सत्र से रणजी ट्रॉफी के सभी मुकाबले न्यूट्रल वेन्यू पर आयोजित कराए हैं। अन्यथा इस नियम के अभाव में नॉक आउट मुकाबले उसी राज्य के स्टेडियम में होते आए हैं, जिसकी टीमें क्वालीफाई करती थी। हालांकि सेमीफाइनल में सौराष्ट्र की टीम पहुंचती है, तो उसे अपने घर में खेलने का फायदा मिलेगा। हो सकता है कि सेमीफाइनल में पहुंचने पर उसे दूसरे राज्य में भी खेलना पड़ा, क्योंकि दूसरे सेमीफाइनल के वेन्यू की घोषणा होना बाकी है। मप्र टीम के फाइनल में पहुंचने के अवसर कम हैं। अन्यथा उसे घर में  खेलने का लाभ मिलता।

वर्ष 1946 में इंदौर में हो चुका है फाइनल
इंदौर के यशवंत क्लब मैदान पर 22 मार्च 1946 में रणजी ट्रॉफी फाइनल हो चुका है। तब होलकर की टीम के सामने बड़ौदा थी। होलकर टीम चैंम्पियन बनी थी। 20 मार्च 1948 को यशवंत क्लब मैदान पर खेले गए फाइनल में भी होलकर्स ने बांबे को हराकर खिताब जीता था। 17 मार्च 1950-51 में होलकर टीम ने इसी मैदान पर गुजरात को हराकर ट्रॉफी जीती थी। 17 मार्च 1951 को फाइनल भी यशवंत क्लब पर हुआ था, लेकिन बांबे विजेता बना था। 2 अप्रैल 1955 को खिताबी मुकाबले में मद्रास ने होलकर्स को यशवंत क्लब मैदान पर हराया था।

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