अनूप सोनी इंदौर। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पांच सौ और एक हजार रुपए के पुराने नोट बंद करने की घोषणा के बाद से अब तक शहर के 95 हजार जनधन खातों में करोड़ों रुपए जमा हुए हैं। कुछ समय पहले तक 50 प्रतिशत खातों में जीरो बैलेंस था, अब यह संख्या घटकर 20-22 प्रतिशत रह गई है।
सरकार ने पूरे देश में खोले गए जनधन खातों के संबंध में 23 नवंबर तक का आंकड़ा जारी किया है। इसके मुताबिक, अब तक 25 करोड़ 68 लाख खाते खोले गए हैं, इनमें 72,834 करोड़ रुपए जमा हो चुके हैं। इसमें सभी ग्रामीण, सरकारी और निजी बैंक के जनधन खाते शामिल हैं।
15 प्रश खातों में 50 हजार से अधिक की राशि
एक बैंक अधिकारी ने बताया, शहर में करीब 1.25 लाख खाते खुल चुके हैं। लंबे समय तक आधे से ज्यादा खातों में जीरो बैलेंस था, लेकिन नोटबंदी के बाद से अचानक तेजी से राशि जमा होने लगी। वर्तमान में इंदौर का आंकड़ा देखें तो करीब 95 हजार खातों में कुछ न कुछ राशि जमा हो चुकी है। करीब 15 प्रश खाते तो ऐसे हैं जिनमें 50 हजार रुपए से अधिक जमा हुए हैं, वहीं अधिकांश में 5 से 50 हजार रुपए तक।
8.40 करोड़ खातों में था जीरो बैलेंस
देश में अब तक 25.68 करोड़ खाते खुले हैं। अगस्त 2016 तक 8.40 करोड़ खातों में जीरो बैलेंस था। 23 नवंबर की स्थिति में 20 से 22 प्रश खातों में ही जीरो बैलेंस है।
अब 10 हजार रुपए ही निकाल पाएंगे
जनधन में अचानक ज्यादा रकम जमा होने पर सरकार ने ऐसे खातों से ज्यादा राशि निकालने पर रोक लगा दी है। अब एक महीने में सिर्फ 10 हजार रुपए ही निकाल सकेंगे।