राहुल सेठी इंदौर। एक ओर जिला प्रशासन के साथ नगर निगम की हठधर्मिता से सांवेर रोड औद्योगिक क्षेत्र में फायर स्टेशन नहीं बन पा रहा है। वहीं, दूसरी तरफ वहां निरंतर अग्निकांड के कारण हर साल करोड़ों रुपए का नुकसान हो रहा है।
जानकारी के मुताबिक सांवेर रोड औद्योगिक क्षेत्र में छह साल में 94 ऐसे अग्निकांड हुए हैं, जिसमें करोड़ों की सामग्री नष्ट हो गई। कई उद्योगपति पूरी तरह बर्बाद हो गए। इसके बाद भी जिला प्रशासन के अफसर सुध नहीं ले रहे हैं। इस कारण वहां पर फायर स्टेशन के निर्माण की फाइल सिमट कर रह गई है। एआईएमपी के पदाधिकारियों ने कई बार अफसरों से बात भी की, लेकिन उन्होंने कार्रवाई नहीं की। पूर्व गृहमंत्री बाबूलाल गौर ने एआईएमपी के पदाधिकारियों की मांगों को स्वीकृत कर दो फायर वाहन देने की घोषणा की थी, लेकिन बाद में उन्होंने भी ध्यान नहीं दिया।
रिपोर्ट देखकर चौंके एडीजी फायर
एआईएमपी के पदाधिकारियों ने भोपाल में जब एडीजी फायर विजयकुमार के सामने बीते सालों हुए अग्निकांड के रिकॉर्ड रखा तो वे चौंके और कहा कि यहां तो फायर स्टेशन की जरूरत है। उन्होंने इंदौर फायर ब्रिगेड के प्रमुख अधीक्षक राजेश सहाय से चर्चा की तो उन्होंने भी इस बात को माना। सहाय ने यह भी बात उनसे कही कि क्षेत्र नगरीय सीमा में आता है, इसलिए कार्रवाई नगरीय प्रशासन विभाग से ही हो सकेगी।
10 किमी दूरी पर हैं फायर स्टेशन
सांवेर रोड औद्योगिक क्षेत्र के पास लक्ष्मीबाई नगर में फायर स्टेशन है। क्षेत्र से उक्त स्टेशन करीब 10 किलोमीटर दूर है। हादसे के दौरान फायर वाहनों को पहुंचने में 20-25 मिनट लगते हैं, तब तक आग विकराल होकर लाखों की संपत्ति को नष्ट कर देती है।
हर साल करोड़ों का नुकसान
हर साल अग्निकांड के कारण सांवेर रोड औद्योगिक क्षेत्र में करोड़ों रुपए का नुकसान हो रहा है। इसके बावजूद प्रशासन लापरवाही कर रहा है। भोपाल के अधिकारियों ने तो हमारी मांग पर स्वीकृति की मोहर लगा दी, लेकिन इंदौर के अफसर कार्रवाई नहीं कर रहे हैं।
- ओमप्रकाश धूत
अध्यक्ष, एआईएमपी