कृष्णपाल सिंह इंदौर। दिवाली पर दिनभर में आसानी से मिलने वाले गन्ने के भाव शाम तक अचानक आसमान छूने लगे। यह 20 से 50 और फिर बढ़कर 200 से ज्यादा में बिका। एकाएक बढ़ी पूछपरख के चलते हालत यह रही कि शहर में फेरी लगाकर गन्ने बेचने वाले भी नजर नहीं आए। वहीं कुछ तय स्थानों पर भी हर साल की तरह नजर आने वाले ढेर गायब थे। इससे उन लोगों को परेशानी हुई, जो लक्ष्मी पूजा गन्ने के साथ करते हैं। हालांकि मालवा मिल व पाटनीपुरा क्षेत्र में चुनिंदा दुकानदारों के पास स्टॉक था, लेकिन तगड़ी कमाई के चक्कर में वे भी थोड़ी-थोड़ी मात्रा में लाकर बेच रहे थे।
परेशान हुए लोग
विजय नगर, सुखलिया, स्कीम 54, 78 सहित आसपास के लोगों को गन्ना खरीदने पाटनीपुरा तक जाना पड़ा, जहां भाव सुनते ही कई लोगों के चेहरे उतर गए। इसी तरह बीआरटीएस से लगी कॉलोनियों श्रीनगर, अनूप नगर आदि में लोग गन्ने के लिए परेशान होते रहे। साकेत व तिलक नगर में तो हालत यह थी कि जो गन्ने लेकर निकलता दिखाई दिया उसे रोक-रोककर लोग पूछते रहे कि कहां से लाए।
इन स्थानों पर लगती थीं दुकानें
ल्ल पलासिया से एलआईजी तिराहा के बीच
ल्ल बीआरटीएस पर विजय नगर के पास
सयाजी होटल के सामने सर्विस रोड पर
मालवा मिल व पाटनीपुरा
गीता भवन
तिलक नगर मंडी
पत्रकार कॉलोनी चौराहा से तिलक नगर के बीच
आनंद बाजार चौराहा से पत्रकार कॉलोनी के बीच
चंद्रलोक चौराहा से खजराना तक
जंजीरावाला चौराहा से मालवा मिल के बीच
सुखलिया व आसपास