राहुल सेठी इंदौर। ईशान टाउनशिप प्रा. लि. का संचालक और भू-माफिया प्रमोद बारासिंघे जेल से बनाई रणनीति में कामयाब हो गया। उसके समर्थकों ने टाउनशिप के पीड़ितों को प्लॉट देना शुरू कर दिया है। इसमें कांग्रेस के एक पूर्व विधायक के भाई ने भू-माफिया के पक्ष में कमान संभाली है।
जिला प्रशासन की आंख के नीचे इन दिनों बारासिंघे से जुड़े लोगों ने खंडवा रोड स्थित टाउनशिप से संबंधित सात कॉलोनियों में प्लॉट देना शुरू कर दिए हैं। भू-माफिया के समर्थकों ने गत बुधवार और गुरुवार को 15 से अधिक पीड़ितों को मौके पर ले जाकर प्लेटीनम पैराडाइज, वत्सला विहार के साथ ही अन्य कॉलोनियों में प्लॉट का कब्जा देने की कवायद की। इसमें बारासिंघे के इंजीनियर द्वारा मौके पर प्लॉटों की नपती कर लोगों को कब्जा दिया जा रहा है। साथ ही पीड़ितों को कहा गया है कि प्लॉट की रजिस्ट्री एक माह बाद की जाएगी।
सूत्रों का कहना है कि बारासिंघे की टीम द्वारा सिर्फ उन्हीं लोगों को प्लॉट का कब्जा दिया जा रहा है, जिन्होंने थाने में उसके खिलाफ प्रकरण दर्ज कराया था। शेष पीड़ितों के मामले में अभी कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है। इधर, जिला प्रशासन को भी इस मामले में कोई जानकारी नहीं दी है, क्योंकि अधिकारियों को जानकारी लगी तो विकास अनुमति सहित कई मामलों में बारासिंघे की उलझन हो सकती है।
हस्ताक्षर कराकर कोर्ट में रखे दस्तावेज
प्लॉट का कब्जा देने के साथ लोगों से हस्ताक्षर करा लिए हैं कि अब उन्हें बारासिंघे से कोई दिक्कत नहीं है। इन दस्तावेजों को उनके समर्थकों ने कोर्ट में रखा है, ताकि बारासिंघे की जमानत में फायदा मिल सके। उनके खिलाफ भंवरकुआं पुलिस ने धोखाधड़ी सहित अन्य कई मामले में प्रकरण दर्ज किया था।
वॉट्सऐप पर भेजा शपथ-पत्र
सूत्रों की माने तो पीड़ितों से बारासिंघे की ओर से कांग्रेस के पूर्व विधायक सत्यनारायण पटेल के भाई राधेश्याम पटेल सीधे मुलाकात कर रहे हैं। उन्होंने पीड़ितों से कहा अभी प्लॉट ले लो प्रमोद के जेल से बाहर आते ही कॉलोनियों को विकसित कर दिया जाएगा। साथ ही रजिस्ट्री भी की जाएगी। राधेश्याम का एक शपथ-पत्र इन दिनों ईशान टाउनशिप के पीड़ितों के वॉट्स ऐप पर भेजा रहा है। उस शपथ-पत्र में राधेश्याम ने उल्लेख किया है कि मैंने बारासिंघे के परिवार से पीड़ितों को न्याय दिलाने की स्वीकृति ली है। इसलिए मैं ही सभी को प्लॉट का कब्जा दिलाकर और रजिस्ट्री भी कराउंगा।
विरोध शुरू हो गया
इधर, ईशान टाउनशिप पीड़ित संघ में विरोध शुरू हो गया है। दरअसल, संघ के प्रमुख हरपाल सितलानी ने स्पष्ट कहा है कि यह बारासिंघे द्वारा बिछाया गया जाल है। यदि अभी प्लॉट लिया तो वह जेल से बाहर आते ही कॉलोनी को विकसित नहीं करेगा। साथ ही अन्य समस्याओं में लोगों को उलझा देगा। उधर जो लोग प्लॉट का कब्जा ले रहे हैं, उनका कहना है कि हमे तो प्लॉट से मतलब है। यदि अभी प्रमोद के समर्थकों पर भरोसा नहीं किया तो भविष्य में कब प्लॉट मिलेगा कुछ स्पष्ट नहीं है।