विनोद शर्मा इंदौर। प्रिंसेस एस्टेट में प्लॉट होल्डरों को धोखा देने के मामले में हवालात होकर आए बदनाम बिल्डर अरुण डागरिया ने कैलोदहाला-निरंजनपुर कांकड़ पर ही रोटरी बनाकर अपनी टाउनशिप बेलमोंट पार्क की सजावट कर दी। इसी सजावट के आधार पर टाउनशिप में ऊंची दरों पर फ्लैट बेचे जा रहे हैं। मामले की शिकायतें हुई भी, लेकिन बिल्डर पर सरकारी मेहरबानी के कारण कार्रवाई नहीं हो पाई।
रोड और रोटरी तक बना डाली
मामला कैलोदहाला स्थित सर्वे नं. 286/1/1, 288/1/2, 286/1/2, 287/2पी, 288/3 और 288/1/1/पैकी पर आकार ले रही बेलमोंट पार्क का है। जमीन आईबीडी स्पेस इन्फ्रास्ट्रेक्चर प्रा.लि. तर्फे डायरेक्टर अनिल निगम और आईबीडी स्पेस इन्फ्रास्ट्रेक्चर प्रा.लि. तर्फे डायरेक्टर अतुल पिता सुरेंद्रसिंह सुराना के नाम है। सुराना कंपनी में अरुण डागरिया के प्रतिनिधि के तौर पर डायरेक्टर हैं। टीएंडसीपी ने टाउनशिप का नक्शा मई 2010 में मंजूर किया था। कॉलोनी के सामने सर्वे नं. 313/1 रास्ते और 313/2 चरनोई की जमीन है। वहीं निरंजनपुर के सर्वे नं. 32 की जमीन है जो कि कांकड़ है। इसी सरकारी जमीन पर कंपनी ने रोड और रोटरी बना दी है।
ब्रोशर में भी रोशन सरकारी जमीन
अपनी जमीन को ऊंचे दाम पर बेचने वाले बिल्डरों ने ग्राहकों को लुभाने वाला जो ब्रोशर बनाया है उसमें सरकारी जमीन पर ही सारा प्राकृतिक सौंदर्य उंढेल दिया। रास्ता और रोटरी तो बनाई ही। रोड पार लंबा-चौड़ा गार्डन भी दिखा दिया। मौके पर पौधे भी लगाए गए हैं। यह तथाकथित गार्डन बेलमोंट पार्क और रॉयल अमर ग्रीन टाउनशिप के बीच है। खास बात यह है कि रॉयल अमर ग्रीन भी स्पेस इन्फ्राक्रिएशन प्रा.लि. तर्फे डायरेक्टर अतुल सुराना की ही जमीन पर बनी है।
रास्ते की सरकारी जमीन नजूल की है। यहां एनओसी से रास्ता बन सकता है, लेकिन रोटरी नहीं। इसके अलावा चरनोई व कांकड़ की जमीन है और उसे बिल्डर यदि गार्डन दिखाकर अपना माल बेच रहे हैं तो यह गलत है। यह ग्राहकों के साथ धोखा है, क्योंकि वहां बगीचा रहेगा ऐसा तो है नहीं। सरकार वहां कभी भी कुछ निर्माण कर सकती है।
- जयवंत होलकर
पूर्व इंजीनियिर, टीएंडसीपी