विनोद शर्मा इंदौर। मथुरा महल जमीन घोटाले में गिरफ्तार कारोबारी राजेंद्रसिंह उर्फ बब्बी भुल्लर को लेकर पुलिस ने मंगलवार को रणवीरसिंह छाबड़ा उर्फ बॉबी के घर दबिश दी। पुलिस को तलाश थी इंदौर विकास प्राधिकरण द्वारा जारी विवादित प्लॉट के आवंटन पत्र, कब्जा पत्र और भागीदारी एग्रीमेंट की। रिमांड के दौरान बब्बी ने बताया था कि दस्तावेज बॉबी की अलमारी में रखे हैं। जब पुलिस मौके पर पहुंची तो बॉबी ने दस्तावेज की बात स्वीकारी और कहा कि वह पुलिस को दस्तावेज पांच साल पहले ही सौंप चुका है।
बब्बी ने वर्ष 2005 में स्कीम-59 स्थित प्लॉट-पी2 की हेराफेरी की और आईडीए के इंजीनियर अशोक जैन, सुरेश भंवर और बॉबी की मदद से महावीर बिदासरिया के प्लॉट पर कब्जा कर लिया। लंबी फरारी के बाद पकड़ाए बब्बी से पुलिस ने उन दस्तावेजों के बारे पूछा जो पी-2 प्लॉट के मालिकाना हक से संबंध रखते हैं। इस पर बब्बी ने बताया कि सभी दस्तावेज बॉबी के घर एक अलमारी में बंद है। इसी सूचना पर पुलिस मंगलवार दोपहर 2.30 बजे बब्बी को लेकर 10 आदर्श नगर स्थित बॉबी के घर पहुंची। थोड़ी ही देर में यह खबर पूरी कॉलोनी में चर्चा का विषय बन गई। पुलिस ने 414-415 स्थित अमितेशनगर से भी दस्तावेज बरामद किए।
तैनात हो गए बाउंसर, पहुंचे गुर्गे
पुलिस के पहुंचते ही बॉबी के गुर्गे भी उसके घर के आसपास सक्रिय हो गए। उस वक्त बॉबी छाबड़ा घर में नहीं था। घर के बाहर तीन-चार बाउंसर तैनात कर दिए गए। जो घर के सामने से गुजरने वाले हर व्यक्ति पर निगाह रख रहे थे और अंदर जानकारी दे रहे थे। 2.13 बजे एमपी-09 सीपी-1566 आॅडी कार दरवाजे पर आकर रुकी, जिसमें से बॉबी छाबड़ा उतरा और घर में गया। उसके अंदर जाते ही दूसरी गाड़ी में बैठे बाकी पुलिसकर्मी भी अंदर चले गए। बब्बी की मौजूदगी में बॉबी से पूछताछ करीब 40 मिनट चली।
सितंबर 2010 में गिरफ्तार हो चुका है बॉबी
महावीर बिदासरिया का पी-2 के अलावा इसी स्कीम में पी-1 प्लॉट भी था। बॉबी ने इस पर कब्जा करके रिदम गार्डन बना दिया। बिदासरिया परिवार की शिकायतों के बाद 2010 में केस री-ओपन हुआ। अगस्त-सितंबर 2010 में हुई गिरफ्तारी के बाद तुकोगंज पुलिस ने इस मामले में बॉबी की गिरफ्तारी ली और 11 दिन (17 से 27 सितंबर) लॉकअप में रखा। चालान पेश हुआ। केस जारी है।
चालान के साथ है दस्तावेज
बब्बी को लेकर बॉबी के घर गए थे। वहां अलमारी में कुछ दस्तावेज रखना बताया गया था। वहां से अमितेशनगर से दस्तावेज बरामद किए हैं। कुछ दस्तावेज बॉबी के चालान में भी लगे हैं।
- दिलीपसिंह चौधरी
टीआई, तुकोगंज