राहुल सेठी-कृष्णपाल सिंह इंदौर। भारत द्वारा पाकिस्तान पर सर्जिकल स्ट्राइक के बाद पाकिस्तान के मददगार चीन का बहिष्कार करना भारतीयों ने शुरू कर दिया है। इसका असर इंदौर के बाजारों में भी दिख रहा है। दीवाली जैसे मौके पर भी बाजार में मेड इन चाइना माल की कोई पूछपरख नहीं है। बाजार टूट गए हैं।
इंदौर में भी चीन में बने सामान की बड़ी संख्या में बिक्री होती है। लोगों द्वारा चीन के माल का विरोध करने का असर इंदौर सहित पूरे देश में हो रहा है। इससे चाइना का माल बेचने वाले व्यापारी परेशान हैं। जेल रोड स्थित नॉवेल्टी मार्केट तथा रिवर साइड रोड, रानीपुरा, सियांगज के व्यापारियों की फजीहत हो रही है। इन व्यापारियों ने श्राद्ध पक्ष के दौरान ही दिल्ली-मुंबई से दीपावली को देखते हुए जमकर खरीदी की थी। त्योहार के नजदीक आते ही देशभर में चीन का विरोध शुरू हो गया है। हालत यह है कि फुटकर व्यापारियों के साथ आम जनता भी व्यापारियों के पास माल खरीदने नहीं आ रही है।
इस सामान की थी ज्यादा खरीदी
नवरात्र से लेकर दीपावली तक हर साल चाइना के माल की बड़ी मात्रा में खरीदारी होती है। नवरात्र में गरबा करने वाली बच्चियों को कई संगठन इन सामग्रियों को उपहार में देते हैं, जिनमें इंडक्शन चूल्हा, रोटी मेकर, पिज्जा मेकर शामिल हैं। इसी तरह दीपावली पर चाइनीज लाइट, झालर, फर्नीचर, एलईडी, टीवी के साथ मोबाइल की बिक्री भी सर्वाधिक होती है। चाइना में बने पटाखे, नकली बंदूकों के साथ सजावट का सामान भी काफी बिकता है। एक सप्ताह से इन सामग्रियों की बिक्री में काफी फर्क आया है।
दिल्ली मेड और अन्य कंपनियों को फायदा - चीनी सामग्री के बहिष्कार से उन व्यापारियों को फायदा होने लगा है, जो दिल्ली मेड आइटम बेचते हैं। वहीं ब्रांडेड कंपनियों के माल की बिक्री भी ज्यादा होने लगी है। व्यापारियों का अनुमान है कि दशहरा से धनतेरस तक यह सिलसिला चलता रहा तो इस बार देश में बनी सामग्री की दीपावली मन जाएगी।
सोशल मीडिया पर भी विरोध- इन दिनों मैसेज के माध्यम से लोग सोशल मीडिया पर चीन से बने मालों का बहिष्कार करने का अभियान चला रहे हैं। सभी लोगों से आग्रह कर रहे हैं कि वे सामान के माध्यम से चीन का बहिष्कार करें।
खरीदी का काम बंद कर दिया
जब से चाइना मेड सामान का विरोध शुरू हुआ है, हमने चीन से सामान खरीदना बंद कर दिया है। विरोध का होलसेल व्यापार पर काफी असर पड़ा है। इसके बावजूद सभी व्यापारी देशहित में ही काम करने का फैसला कर चुके हैं। इसलिए तो चीन से सामग्री खरीदी पर रोक लगा दी है।
- मनोज पाटोदी, विक्रेता