अनूप सोनी इंदौर। लोकमान्य नगर और सैफी नगर रेलवे स्टेशन पर प्लेटफॉर्म, शेड और रेलवे ट्रैक का निर्माण कार्य चल रहा है। इधर इस रूट के अन्य ट्रैक पर भी ट्रेन आ-जा रही है। दोनों स्टेशन पर यात्री आते हैं और रवाना होते हैं। इस दौरान दिनभर पटरी से आना-जाना लगा रहता है। ऐसे में अचानक ट्रेन आने पर दुर्घटना से इनकार नहीं किया जा सकता।
रेलवे ने इंदौर-महू स्टेशन के बीच डेमू ट्रेन तो चला दी, लेकिन इनके बीच के कई स्टेशनों का निर्माण कार्य अधूरा है, जहां दिनभर लोग पटरी पर से आना-जाना करते हैं। कुछ लोग तो ऐसे भी हैं जो स्टेशन पर दोपहिया वाहन लेकर ही पहुंच जाते हैं। ऐसे में वह पटरी से ही वाहन निकालते हैं। सैफी नगर स्टेशन पर टिकट काउंटर के लिए एक नया कमरा बनाया गया है, लेकिन पुराने को भी नहीं तोड़ा गया है। ऐसे में लोगों को समझ नहीं आता है कि वह कहां से टिकट खरीदें। यह बात अलग है कि दोनों ही स्टेशन पर अधिकांश समय टिकट खिड़की बंद रहती है। यहां रेलवे ने टिकट काटने का काम ठेके पर दिया है।
कहीं भी जाओ... किराया 10 रुपए
लोकमान्य नगर स्टेशन से विभिन्न स्टेशन पहुंचने के लिए तय टिकट राशि का एक पर्चा चस्पा है। उसके अनुसार कोई यात्री राजेंद्र नगर जाना चाहे या फिर महू उसे किराया 10 रुपए ही देना पड़ेगा। इसी तरह लोकमान्य नगर से सैफी नगर, इंदौर स्टेशन व पालिया स्टेशन का किराया भी 10 रुपए ही देना पडेगा, यानी कि दूरी कम-ज्यादा होने के बावजूद किराए की राशि में कोई अंतर ही नहीं है।
रोकने-टोकने वाला भी नहीं
उक्त दोनों स्टेशनों पर शुक्रवार दोपहर रेलवे का कोई ऐसा कर्मचारी नजर नहीं आया जो पटरी पर मौजूद लोगों को हटने का कहे या पटरी से गुजरने के लिए मना करे। यहां से जो यात्री महू या इंदौर स्टेशन तक आना-जाना करते हैं, उनमें से बहुत कम ऐसे होंगे जो काउंटर से टिकट लेते होंगे। इससे रेलवे को रोजाना राजस्व का नुकसान हो रहा है।
इंदौर-महू के सात फेरे लगाती है डेमू
इंदौर-महू के बीच डेमू ट्रेन का संचालन हो रहा है। इस रूट पर डेमू ट्रेन सात फेरे लगाती है। इंदौर-रतलाम के बीच भी डेमू ट्रेन का ही संचालन हो रहा है।