कृष्णपाल सिंह इंदौर। विधानसभा दो और चार की खींचतान के चलते शहर में सफाई व्यवस्था प्रभावित हो रही है। थप्पड़ कांड के बाद से ही दो नंबरी स्वास्थ्य प्रभारी राजेंद्र राठौर न तो निगम आ रहे और न ही सफाई कार्य की मॉनिटरिंग कर रहे हैं। ऐसे में डोर टू डोर कचरा कलेक्शन के साथ ही सामान्य सफाई व्यवस्था भी बेपटरी हो गई। खुद महापौर ने भी यह बात स्वीकारी है। इसीलिए सोमवार शाम उन्होंने सभी एमआईसी सदस्यों को बुलाकर डोर टू डोर कचरा कलेक्शन के काम की समीक्षा की, लेकिन इसमें भी दो नंबरी सदस्य और पार्षद नहीं पहुंचे।
महापौर मालिनी गौड़ का भी मानना है कि स्वास्थ्य प्रभारी राठौर द्वारा रुचि न लिए जाने के कारण डोर टू डोर कचरा संग्रहण के अपेक्षित परिणाम नहीं मिल पा रहे। कचरा पेटियों से लिफ्टिंग का काम भी धीमा पड़ गया, जिससे शहर की सड़कों पर कचरा व गंदगी पसरी नजर आ रही है।
वार्डों में नजर आ रहा असर
जिन एमआईसी सदस्यों के वार्डों में डोर टू डोर कचरा कलेक्शन का काम शुरू हुआ है, वहां भी इस खींचतान का असर नजर आ रहा है। सदस्य दिलीप शर्मा व सुधीर देड़गे के वार्ड में ही डोर टू डोर कचरा नहीं उठ रहा। यही स्थिति अन्य वार्डों की भी है। ऐसे में दूसरे वार्डों में क्या हालत होगी, इसका अंदाजा लगाया जा सकता है। आलम यह है कि कई कॉलोनियों से सीधे महापौर के पास फोन पर शिकायतें आ रही हैं। मामला बिगड़ते देख उन्होंने स्वास्थ्य विभाग की बैठक बुलाई, जिसमें एमआईसी के उन सदस्यों को भी बुलाया गया, जिनके वार्ड में डोर टू डोर कचरा कलेक्शन का काम चल रहा है। इसमें भी स्वास्थ्य प्रभारी सहित दो नंबर के अन्य सदस्य व पार्षद नदारद रहे।
जनकार्य प्रभारी के वार्ड में भी नहीं उठ रहा
महापौर ने एमआईसी सदस्यों से उनके वार्ड में डोर टू डोर कचरा कलेक्शन में आ रही परेशानी के बारे में पूछा। सुधीर देड़गे ने अपने वार्ड के व्यापारिक प्रतिष्ठानों में कचरा नहीं उठने की बात रखी। जीएनटी मार्केट के साथ ही वार्ड के दूसरे हिस्सों में भी डोर टू डोर कचरा कलेक्शन में दिक्कत आ रही है। इसके अलावा जनकार्य प्रभारी शंकर यादव के वार्ड में भी शाम को कचरा नहीं उठ रहा।