कृष्णपाल सिंह इंदौर। नगर निगम शहर को पानी पिलाने का लाख दावा करें, लेकिन वो खोखला ही नजर आता है। कई कॉलोनियों में एडीबी प्रोजेक्ट के तहत नर्मदा लाइन डाली गई, लेकिन उसे पानी नहीं मिल रहा है और जनता परेशान है। लोगों ने सीएम से लेकर महापौर, विधायक, पार्षदों के साथ ही नगर निगम का दरवाजा खटखटाया, लेकिन नतीजा सिफर रहा। 50 हजार से ज्यादा मकानों में नर्मदा लाइन डल गई, नल लग गए पर लोग पानी को तरस गए। कभी बोरिंग से उम्मीद करते हैं तो कभी टैंकर का इंतजार करते दिखाई देते हैं। ऐसी समस्या पटेल नगर, पूनम पैलेस, शीतल नगर, न्यू शीतल नगर, संचार नगर, जय अम्बे बाग, आदर्श मेघदूत नगर, चित्रा नगर, वैभव नगर, बर्फानी धाम, रामकृष्ण बाग सहित कई कॉलोनियों में है। ऐसे हालात होते हुए भी कनेक्शन बढ़ाने की बात निगम अफसर कर रहे हैं।
एडीबी प्रोजेक्ट के तहत 2011-12 में करोड़ों रुपए खर्च कर लाइन डाली गई। लोग खुश हुए कि अब नर्मदा का पानी पीने को मिलेगा और रोज का संघर्ष खत्म होगा। लेकिन यह खुशी तब काफूर हुई जब पानी सप्लाय हुआ और हजारों लोगों के घरों के नल सूखे रह गए। इसके बाद जनता कभी पार्षद तो कभी निगम अफसरों के चक्कर लगाती रही पर कुछ नहीं हुआ। ऐसे में एक समाजसेवी ने न्यायालय का दरवाजा खटखटाया।
इस कारण नहीं पहुंचा पानी
कई स्थानों पर एडीबीपी प्रोजेक्ट के तहत टंकी से लाइन डाली गई। इस दौरान चार इंच पाइप लाइन डाली गई। यह लाइन मुख्य लाइनों से क्रॉस होकर गलियों के मुहाने तक पहुंची। इसके बाद इस लाइन से गलियों को जोड़ा गया तो पानी का प्रेशर नहीं बना और लोगों के घरों तक नहीं पहुंचा। विशेषज्ञों के अनुसार छह या आठ इंची बड़ी लाइन डालकर उसे छोटी लाइन से जोड़ना था।
न्यायालय में रखी समस्या
कई कॉलोनियों में नर्मदा लाइन डली हुई है पर पानी नहीं मिल रहा था। कई बार शिकायत की, लेकिन सुनवाई नहीं हुई। इसलिए न्यायालय चला गया, जहां से आदेश भी हो गया कि 30 जुलाई तक पानी दिया जाए। नर्मदा पानी सप्लाय नहीं होने से निजी बोरिंग के भरोसे हैं और वो सूख जाते हैं तो टैंकर से पानी लेते हैं। टैंकर भी नगर निगम ने बंद कर दिए हैं। इस ओर न तो पार्षद और न ही अफसरों ने ध्यान दिया।
केके गोयल, समाजसेवी
नर्मदा प्रोजेक्ट के कार्यपालन यंत्री संजीव श्रीवास्तव से सीधी बात
कई कॉलोनियों में पाइप लाइन है पर पानी नहीं पहुच रहा है, क्यों?
जवाब - टंकियों से आखिरी में पानी नहीं पहुंच रहा है तो कंसल्टेंट सर्वे कर रहे हैं।
शहरभर में ऐसी स्थिति बनी हुई है?
जवाब - कुछ एरियों में थोड़ी-थोड़ी समस्या है। कंसल्टेंट आ गए हैं, जो पूरे शहर का परीक्षण कर रहे हैं। इसके बाद काम करवाएंगे।
तो फिर कैसे पानी पहुचाएंगे?
जवाब - कंसल्टेंट जैसा बताएंगे उन स्थानों पर लाइन जोड़ने का काम किया जाएगा, ताकि हर स्थान पर पानी पहुंचाया जाए।
हजारों मकानों में नर्मदा की लाइन डाल दी पर पानी नहीं है तो पानी जा कहां रहा है?
जवाब - मुझे जानकारी नहीं है।