अनूप सोनी इंदौर। इंदौर-दाहोद ट्रेन रूट पर टीही से पीथमपुर तक 2.8 किलोमीटर की टनल बनाई जाने वाली है। रेलवे इस टनल के संबंध में डिटेल डिजाइन, थ्रीडी मॉनिटरिंग, जियोटेक्निकल इन्वेस्टीगेशन आदि को लेकर चार करोड़ 90 लाख रुपए खर्च करने वाला है। इस तरह की रिपोर्ट तैयार करने की शुरुआत जल्द ही होने जा रही है।
रेलवे ने जब इस टनल को बनवाने का खाका तैयार किया था, तब इसका खर्च करीब 40 करोड़ रुपए आ रहा था, जबकि अब इस टनल को बनवाने में 125 करोड़ रुपए से अधिक रेलवे को खर्च करना पड़ेंगे। इसी तरह इस रूट पर और भी कई हिस्सों में टनल बनाई जाएगी।
यह है प्रोजेक्ट की वस्तुस्थिति
इंदौर से दाहोद तक नई रेल लाइन बिछाना है जो करीब 202 किलोमीटर है।
इस 202 किलोमीटर की रेल लाइन के दोनों छोर पर सिर्फ 50 किमी के हिस्से में ही काम चल रहा है।
फिलहाल इंदौर से टीही तक ब्रॉडगेज लाइन बिछाई गई है, इसी तरह दाहोद से कटवारा के बीच भी विभिन्न कार्य हो गए हैं।
प्रोजेक्ट के लिए रेलवे को करीब 125 किमी से अधिक हिस्से में भूमि अधिग्रहण करना बाकी है। जिसमें कई साल लग सकते हैं।
2008 में हुआ था शिलान्यास
इस प्रोजेक्ट का शिलान्यास 8 फरवरी 2008 को तत्कालीन प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह ने किया था। तब इस प्रोजेक्ट की लागत करीब 250 करोड़ रुपए थी, जबकि अब इस प्रोजेक्ट की लागत बढ़ते-बढ़ते ढाई हजार करोड़ रुपए से अधिक पहुंच चुकी है। अगर प्रोजेक्ट को लेकर ऐसी ही लेटलतीफी होती रही तो लागत अगले पांच साल में और बढ़ जाएगी। जबकि रेलवे को यह प्रोजेक्ट 2014 तक पूरा कर लेना था। इस वित्तीय वर्ष के रेल बजट में इस प्रोजेक्ट के लिए मात्र सौ करोड़ रुपए ही स्वीकृत हुए हैं। इससे न तो पूरी जमीन का अधिग्रहण हो पाएगा और न ही इस रुट पर बनने वाली सभी टनल का निर्माण कार्य हो पाएगा।
धार, झाबुआ के लिए महत्वपूर्ण
इंदौर-दाहोद रेल लाइन को लेकर अब तक टीही तक ही ब्रॉडगेज लाइन बिछाई गई है। इस ट्रेन की शुरुआत हो जाने से पीथमपुर धार, झाबुआ के लोगों को भी बड़ी राहत मिलेगी।