अनिल त्यागी इंदौर। तुर्की में सेना और सरकार के बीच हुए द्वंद्व में इंदौर की एक बेटी भी फंसी हुई है। अपूर्वा वैष्णव (17) इस समय तुर्की में है, जहां सेना ने बगावत कर दी थी। हालांकि वहां अब स्थिति नियंत्रण में है। अपूर्वा और उनके साथियों को खेल गांव के एक सुरक्षित क्षेत्र में रखा गया है।
अपूर्वा तुर्की के ट्रापजोन में विश्व स्कूल खेल प्रतियोगिता में हिस्सा लेने गई हैं। वह कुश्ती में भारत का प्रतिनिधित्व कर रही हैं। उनकी स्पर्धा 13 जुलाई को संपन्न हो गई, जिसमें फ्रीस्टाइल में वह चौथे स्थान पर रही।
शुक्रवार शाम तक सब सामान्य था, लेकिन रात में हुई हिंसा से दहशत फैल गई। इस अप्रत्याशित घटना से अपूर्वा और उनके साथी घबरा गए। वे जिस खेल गांव में बंद हैं वहां न तो टीवी है और न ही उन्हें किसी प्रकार की सूचना मिल रही है। खिलाड़ी गूगल और व्हाट्सएप से परिजन को जानकारी दे रहे हैं।
पिता अजय वैष्णव ने बताया कि अपूर्वा कह रही है कि वहां सभी खिलाड़ियों में घबराहट है। खाने की भी समस्या है। उन्हें 18 जुलाई को वापस लौटना है लेकिन फिलहाल कुछ तय नहीं है। हालांकि उनके मैनेजर ने बताया है कि वे तय समय पर स्वदेश लौट जाएंगे।
पापा बहुत घबराहट हो रही है...
पापा हम शुक्रवार को घूमने गए थे। अच्छा लगा। एक कल्चरल प्रोग्राम में शिरकत भी की।
सिक्यूरिटी बहुत स्ट्रांग थी। 10-12 गनमैन हमारे साथ थे।
तभी अचानक हमें खेल गांव में कैद कर दिया गया। बाहर जाने की पाबंदी है। क्या हो गया है पापा यहां पता ही नहीं चल रहा। टीवी भी नहीं है।
गूगल पर सर्च किया तो पता चला कि यहां सरकार और सेना के बीच बड़ा झगड़ा हुआ है। कई लोग मारे गए हैं।
बहुत चिंता हो रही है। हमारा क्या होगा पापा।
हमें बाहर भी नहीं जाने दिया जा रहा। बहुत घबराहट हो रही है। पता नहीं क्या होगा।
मुझे मालूम है कि आप मुझे लेकर चिंतित हैं। प्लीज ऐसा न करें। मैनेजर ने बताया है हम तय तारीख को स्वदेश लौट जाएंगे।
कराते की स्पर्धा रद्द कर दी गई है। शाम को एथलेटिक्स और जूडो के कुछ मुकाबले हुए हैं।
हम दुआ कर रहे हैं
बेटी जिन हालात में वहां है, उससे घबराहट और चिंता स्वाभाविक है। घर में खामौशी पसर गई है। बेटा आदित्य और उसकी मम्मी अर्चना बस दुआ कर रहे हैं कि अपूर्वा सकुशल लौट आए। वहां जो हालात हैं वह आतंकवादी घटना से भी भयावह हैं। सरकार और सेना ही आमने -सामने है। ऐसे में बस दुआ ही की जा सकती है। बस यही प्रार्थना है कि सभी बच्चे सकुशल लौट आएं।
- अजय वैष्णव (अपूर्वा के पिता)
सभी भारतीय सुरक्षित
विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने ट्वीट किया है कि तुर्की में विश्व स्कूल खेल प्रतियोगिता में हिस्सा लेने गए सभी 148 भारतीय बच्चे और 38 अधिकारी सुरक्षित हैं। भारतीय दूतावास ने सहायता के लिए अंकारा में +905303142203 और इस्तांबुल में +905305671095 आपात हेल्पलाइन बनाई है। (पढ़ें पेज 9)