कृष्णपाल सिंह इंदौर। हाल ही में हुए चांटा कांड की गूंज निगम में अभी भी सुनाई दे रही है। शुक्रवार को नगर निगम का परिषद सम्मेलन है, जिसमें महापौर मालिनी गौड़ शहरी सरकार का करोड़ों का बजट पेश करेंगी। विडंबना है कि एमआईसी के वरिष्ठ सदस्य और स्वास्थ्य प्रभारी राजेंद्र राठौर ने अभी भी नगर निगम नहीं आने की ठान रखी है। यही कारण है कि बजट से एक दिन पूर्व भी वे निगम नहीं आए।
हालांकि उन्होंने एक पत्र लिखकर बजट में पेश होने वाले स्वास्थ्य विभाग के तीन एजेंडों के दस्तावेज जरूर मंगाए हैं। सचिव अरुण शर्मा को भेजे इस पत्र की कॉपी सभापति अजयसिंह नरूका को भी दी गई है। सूत्रों की मानें तो परिषद सम्मेलन में विरोध करना ही पत्र की मंशा है। हालांकि महापौर का स्पष्ट कहना है कि सभी सदस्यों की सहमति ली गई है। दरअसल, पार्षद सरोज चौहान की गिरफ्तारी को लेकर क्षेत्र-2 के पार्षदों में अब भी नाराजी है। विरोध स्वरूप एमआईसी सदस्यों समेत अन्य पार्षदों ने नगर निगम जाना छोड़ रखा है।
ये लिखा है पत्र में
निगम के परिषद सम्मेलन में स्वास्थ्य विभाग के तीन विषय रखे गए हैं, जिसमें स्वच्छ भारत मिशन के तहत डीपीआर तैयार करने के लिए कंसल्टेंट नियुक्त करना, मृत पशु उठाने के ठेके के लिए निविदा आमंत्रित करना और स्वास्थ्य विभाग के लिए 16 डंपर क्रय करने के प्रकरणों का मुझे अध्ययन करना है। मेरे द्वारा विगत तीन दिनों से नस्तियों की मांग की जा रही है, लेकिन फाइलें उपलब्ध नहीं करते हुए कुछ अधूरी फोटोकॉपी दी गई है, जबकि 15 जुलाई को परिषद सम्मेलन के पूर्व विषय से संबंधित नस्तियां निरीक्षण के लिए उपलब्ध कराना आवश्यक है। तीनों प्रकरणों की सम्पूर्ण नस्तियां मय नोटशीट उपलब्ध कराई जाएं जिससे परिषद सम्मेलन में समिति की ओर से जानकारी रखी जाए।
आज नहीं उठेगा पार्षद गिरफ्तारी मामला
सूत्रों के मुताबिक बजट सम्मेलन में भाजपा पार्षद बजट पास कराने को प्राथमिकता देंगे। पार्षद सरोज चौहान की गिरफ्तारी पर कोई हंगामा नहीं होगा। इंदौर से सांसद और लोकसभा स्पीकर सुमित्रा महाजन ने निगम बजट से पहले सभी विधायकों से कहा है कि वे पार्षदों को नियंत्रित करें, ताकि बिना किसी हंगामे के बजट पास हो जाए। ताई ने कहा कि परिषद भी अपनी है और सरकार भी। इसलिए किसी भी तरह का हंगामा नहीं होना चाहिए और सभी मिल-जुलकर बजट पास कराएं।
गांधी हॉल में ही हो बजट सम्मेलन
बजट सम्मेलन गांधी हॉल के स्थान पर ब्रिलियंट कन्वेंशन सेंटर में करने का विरोध शुरू हो गया है। नेता प्रतिपक्ष फौजिया शेख अलीम ने इस पर आपत्ति लेते हुए कहा कि निगम स्वामित्व के गांधी हॉल में सम्मेलन न रख लाखों रुपए फिजूल खर्च करने का क्या औचित्य है? नेता प्रतिपक्ष ने आयुक्त से मांग की कि बिना अनावश्यक व्यय किए गांधी हॉल या निगम मुख्यालय पर ही सम्मेलन रखा जाए।