संतोष शितोले इंदौर। थाना पुलिस के पास कानून व्यवस्था, लंबित मामले, वारंट तामीली, चेकिंग सहित कई काम होते हैं, जिससे विवेचना का समय ही नहीं मिलता। बेहतर होगा कि दूसरे राज्यों की तर्ज पर एक ही थाने में दो विंग हों। एक लॉ एंड आॅर्डर की और दूसरी सनसनीखेज मामलों की जांच की। लंबे समय से प्रदेश में उठ रही इस मांग की अब जरूरत नहीं, क्योंकि छह माह में शहर की थाना पुलिस ने कई अंधेकत्ल, लूट, अपहरण आदि का खुलासा किया, वह भी क्राइम ब्रांच की तर्ज पर। यानी पुलिस अब ज्यादा मुस्तैद व स्मार्ट हो गई है।
ये भी हैं उपलब्धियां
संयोगितागंज में कार का कांच फोड़कर 20 लाख की चोरी का अगले दिन ही खुलासा किया। फरियादी ने लेन-देन के चलते खुद ही रची थी साजिश। आरोपी गिरफ्तार।
एमवायएच में दंपति द्वारा चुराए गए बच्चे का पर्दाफाश।
एमजी रोड पुलिस ने 30 तोला सोना चोरी का खुलासा कर आरोपियों को उप्र व दिल्ली से गिरफ्तार किया।
मानपुर पुलिस ने फरियादी की बोलेरो में लगे जीपीएस से अंतरराज्यीय वाहन चोर गिरोह पकड़ा।
संयोगितागंज पुलिस ने रेत व्यापारी पंकज जाट के अपहरण में न सिर्फ उन्हें बचाया, बल्कि सूदखोर अपहर्ताओं को भी गिरफ्तार कर लिया।
ये हैं सफलता के कारण
इन मामलों में सर्कल के वरिष्ठ अधिकारी सीएसपी से एडिशनल एसपी तक के अधिकारियों की मॉनीटरिंग रही।
मैदानी तौर पर थाना स्टाफ ने आरोपियों के ठिकानों पर सादी वर्दी में नजर रखी।
पुलिस ने टेक्किनल बिंदुओं पर जांच आगे बढ़ाई।
जांचकर्ताओं का अवलोकन-कौशल मजबूत रहा। इसमें संदेही आरोपियों के हाव-भाव व पूछताछ से भी पुलिस को जांच दिशा मिली।
इसके अलावा राजकुमारी हत्याकांड, लेडी डॉन सपना साहू आदि मामले में क्राइम ब्रांच के साथ थाना पुलिस की सहभागिता रही।