19 Apr 2024, 07:07:46 के समाचार About us Android App Advertisement Contact us app facebook twitter android

गौरीशंकर दुबे इंदौर। दैनिक दबंग दुनिया मीडिया समूह शनिवार शाम 7 बजे से एमएमए क्लेश कराने जा रहा है। इसमें भारत और अफगानिस्तान के खिलाड़ी अपने दमखम का जौहर दिखाएंगे। भारत के हर्षद और अफगानिस्तान के हमीद के बीच जो मुकाबला होगा, उसके अति रोचक होने की संभावना है। जब इंदौरी दर्शक बास्केटबॉल कॉम्प्लेक्स में इन मुकाबलों को देखेंगे, तो सलमान खान अभिनीत फिल्म सुल्तान के दृश्य उभर आएंगे। अमेरिका और यूरोप में पैर जमा चुका एमएमए खेल भारत में भी तेजी से अपनी जडें जमा रहा है। इस फुल कॉन्टेक्ट खेल को बॉक्सिंग रिंक के बजाय केज यानी लोहे की जालियों वाले गोल घेरे में खेला जाता है। संभवत: इंदौर में इस तरह का यह पहला आयोजन है। कॉमेंटेटर और टीवी शो प्रमोटर रिदिमा पाठक तथा स्पोर्ट्समैन प्रमोटर प्रशांत मिश्रा ने दबंग दुनिया मीडिया समूह के उन प्रयासों की मुक्त कंठ से सराहना की, जिसके अंतर्गत यह आयोजन इंदौर जैसे शहर में कराया जा रहा है। दोनों ने समवेत स्वरों में कहा कि आयोजक और प्रायोजक के बीच तालमेल के साथ दर्शकों के प्यार के सहारे यह आयोजन हर साल कराया जा सकता है।

इसलिए दूसरे खेल चुने...
रिदिमा ने बताया कि वे अंग्रेजी में क्रिकेट कॉमेंट्री भी कर लेती हैं, लेकिन स्टार स्पोर्ट्स और टेन स्पोर्ट्स पर उन्होंने प्रो कबड्डी, हॉकी और बास्केटबॉल की कॉमेंट्री इसलिए चुनी, क्योंकि इन खेलों में कॉमेंटेÑटर के लिए प्रतिस्पर्धा नहीं, लेकिन चुनौतियां ज्यादा हैं। रिदिमा ने इन खेलों पर किताब तो नहीं पढ़ी, लेकिन टीवी चैनलों द्वारा लगाई गई वर्कशॉप में खेल की बारीकियां सीखीं। उन्होंने बताया क्रिकेट कॉमेंट्री में कई महिलाएं धाक जमा चुकी हैं, अन्य खेलों में भी लड़कियों के लिए बड़ी जगह है। व्यक्तिगत रूप से उन्हें प्रो कबड्डी के कारण पहचान मिली है। कॉमेंट्री के बिना आप किसी भी खेल की कल्पना नहीं कर सकते।

अन्य सीरियल पर भारी...
रिदिमा ने बताया कि सास -बहू के सीरियल ही नहीं आईपीएल जैसे आयोजन पर भी प्रो कबड्डी भारी है। यह 40 मिनट का खेल है और इसकी टीआरपी हर साल बढ़ रही है। यह बात जरूर है कि भारत अभी तक पूरी तरह स्पोर्ट्स लविंग नेशन नहीं बन सका। महिलाएं और लड़कियां खेलों को ज्यादा नहीं देखतीं।

2009 से करा रहे हैं...
प्रशांत मिश्रा ने बताया कि सन 2009 से वे भारत में एमएमए क्लेश करा रहे हैं। पिछले दो-तीन साल से यह खेल भारत के युवाओं को आकर्षित कर रहा है। यही वजह है कि इंदौर जैसे शहर में सभी टिकट हाथोहाथ सेल आउट हो गए। हालांकि भारत स्पोर्ट्स लविंग नेशन नहीं है, फिर भी एमएमए को देखने के लिए दर्शकों में ज्यादातर महिलाएं व उनके बच्चे होते हैं। दैनिक दबंग दुनिया ने इंदौर में इस आयोजन को सपोर्ट करके एक मिसाल पेश की है। वह दिन दूर नहीं, जबकि यह खेल पूरे देश को अपनी ओर खींचेगा। जनता का प्यार हमें मिला है और हम हर बार यहां आना चाहेंगे।

वास्तव में यह मार्शल आर्ट्स है...
प्रशांत ने कहा कि सुल्तान में सलमान खान कुश्ती कला से शुरुआत करते हैं, लेकिन बाद में मार्शल आर्ट की प्रविद्या से जुड़ जाते हैं। यह एमएमए का एक रूप है। जिन लोगों ने सुल्तान देखी है, उन्हें यह खेल पसंद आने के साथ दिलों में जगह भी बनाएगा। दुनिया में इस खेल को करोड़ों लोगों ने लाइक किया है। अकेले भारत में 30 लाख लोगों ने इसे इस साल लाइक किया है।

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