रफी मोहम्मद शेख इंदौर। देवी अहिल्या यूनिवर्सिटी में बैचलर आॅफ एजुकेशन (बीएड) के हजारों विद्यार्थी पिछले कई महीनों से परेशान हो रहे हैं। परीक्षा का एक साल बीतने के बाद भी यूनिवर्सिटी आज तक मार्कशीट नहीं दे पाई है। इससे पहले बीएड की परीक्षा छह महीने देरी से बमुश्किल घोषित हुई। फिर रिजल्ट निकालने में पांच महीने लगा दिए और अब मार्कशीट नहीं दे पा रहे हैं। विद्यार्थी कॉलेज और यूनिवर्सिटी के चक्कर काट रहे हैं लेकिन आजकल के आश्वासन में महीनों बीत गए हैं। इनका मुख्य रिजल्ट अक्टूबर 2015 में और रिव्यू का रिजल्ट फरवरी में आया था।
देवी अहिल्या यूनिवर्सिटी ने वार्षिक पद्धति के आधार पर पिछले साल अंतिम परीक्षा करवाई थी। यह परीक्षाएं मई-जून 2015 में विभिन्न कॉलेजों में हुई थी। इनमें यूनिवर्सिटी के अंतर्गत आने वाले 50 बीएड कॉलेजों के पांच हजार से ज्यादा विद्यार्थी शामिल हुए थे। परीक्षा के बाद यूनिवर्सिटी पांच महीने तक रिजल्ट नहीं निकाल पाई थी। इसके पीछे कारण प्रैक्टिकल परीक्षाओं के मार्क्स नहीं आ पाना था। अंत में यूनिवर्सिटी ने अक्टूबर 2015 में इसका रिजल्ट निकाला था, जो करीब 70 प्रतिशत था। यह पिछले सालों में सर्वाधिक रिजल्ट था।
मुख्य परीक्षा की भी नहीं दी
यूनिवर्सिटी ने आॅनलाइन मार्कशीट जारी कर दी थी, लेकिन मार्कशीट की हार्डकॉपी नहीं भेजी थी। एक या दो विषय में फेल अधिकांश विद्यार्थियों ने रिव्यू और रिवेल्यूएशन का फार्म भरा। कॉपियों में नंबर नहीं जुड़ने, टोटल सही नहीं होने, उत्तर नहीं जांचने के आधार पर रिव्यू की कॉपियां जंचवाई गई हैं। परीक्षा का रिजल्ट फरवरी में घोषित किया गया, जिसमें बचे हुए अधिकांश विद्यार्थियों के नंबर बढ़ गए।
अनजान बने हैं अधिकारी
यूनिवर्सिटी के अधिकारी मार्कशीट नहीं भेजने के पीछे कोई ठोस कारण नहीं बता पा रहे हैं। पहले रिव्यू का परिणाम आने के बाद ही मार्कशीट भेजने की बात थी लेकिन अब तो वह समस्या भी है। परीक्षा विभाग के अधिकारी अब तक इस मामले से अनजान बने हुए हैं। वहीं विद्यार्थी परेशान हो रहे हैं, क्योंकि अधिकांश इंदौर के बाहर के हैं और उन्हें अन्य स्थानों पर एडमिशन के लिए इसकी जरूरत है।
रिजल्ट देखा तो हड़कंप
न केवल बीएड के हजारों विद्यार्थी बल्कि कई अन्य परीक्षाओं के विद्यार्थी भी मार्कशीट की लेटलतीफी के कारण परेशान हैं। बीकॉम, एमकॉम से लेकर बीए तक की परीक्षाओं की मार्कशीट अब कम से कम एक महीना देरी से आ रही है। एमकॉम की मार्कशीट भी तीन महीने देरी से भेजी गई। इसके पीछे कारण आईटी सेंटर में कुछ समस्या और उसके बाद मार्कशीट का पेपर नहीं होना बताया गया था। पहले यह नियम था कि जिस दिन रिजल्ट घोषित किया जाता था, उसके दो दिन के भीतर ही रिजल्ट शीट के साथ मार्कशीट भी प्रिंट कर भेज दी जाती थी। पिछले एक साल से यह गड़बड़ चल रही है।
यह कैसी यूनिवर्सिटी
हम पिछले कई महीनों से यूनिवर्सिटी के चक्कर काट रहे हैं लेकिन मार्कशीट नहीं मिल रही है। हमें कई स्थानों पर मार्कशीट भी देना थी लेकिन मजबूरी में ई-मार्कशीट दी है। यह कैसी यूनिवर्सिटी है, जो मार्कशीट देने में महीनों लगाती है।
- तेजस्वी राठौर, विद्यार्थी
कुछ नहीं हुआ
यूनिवर्सिटी को सोचना चाहिए कि मार्कशीट के लिए विद्यार्थी बार-बार कॉलेज के चक्कर काट रहे हैं। हम यूनिवर्सिटी को कई बार इस समस्या से अवगत करवा चुके हैं लेकिन कुछ नहीं हुआ।
- रामबाबू शर्मा
कॉलेज संचालक
मुझे जानकारी नहीं
मुझे इस बारे में जानकारी नहीं है। मैं संबंधितों से पूछताछ कर इस मामले में जल्दी मार्कशीट भेजने के निर्देश दे रहा हूं।
- डॉ. अशेष तिवारी
परीक्षा नियंत्रक