रफी मोहम्मद शेख इंदौर। देवी अहिल्या यूनिवर्सिटी द्वारा घोषित एमकॉम के रिजल्ट के कारण कई विद्यार्थी उलझ गए हैं। इस रिजल्ट में कई विद्यार्थियों की मार्कशीट में गलती हो गई है। गवर्नमेंट कॉलेज झाबुआ सहित अन्य कई विद्यार्थियों का नाम इसमें कुछ और दर्शाया जा रहा है तो रोल नंबर कुछ और। इसे बदलवाने के लिए वो पिछले कई दिनों से यूनिवर्सिटी के चक्कर काट रहे हैं। यूनिवर्सिटी इसे टेक्निकल फॉल्ट बता रही है। उधर, विद्यार्थी अब जनसुनवाई में पहुंच गए हैं।
नाम डिलीट हो गया
परीक्षा विभाग के अधिकारियों के अनुसार एडमिशन के बाद यूनिवर्सिटी में रजिस्ट्रेशन और परीक्षा के लिए फार्म आदि भरने की प्रक्रिया एमपी आॅनलाइन करता है। इसके बाद यह जानकारी यूनिवर्सिटी के आईटी डिपार्टमेंट को भिजवाई जाती है। डिपार्टमेंट इसे कम्पाइल कर मूल्यांकन सेंटर से बनाए गए रिजल्ट के साथ घोषित करता है। उसी आधार पर मार्कशीट प्रिंट होती है। जानकारी के अनुसार एक विद्यार्थी ने रजिस्ट्रेशन (नामांकन) तो करवा लिया था, लेकिन परीक्षा फार्म नहीं भरा। यूनिवर्सिटी के डाटा में नामांकन के बाद उसका नाम डिलीट हो गया और सारे रोल नंबर सीरिज से गलत होते चले गए।
अब तक अटका मामला
यही नहीं झाबुआ कॉलेज के साथ कुछ अन्य स्थानों पर भी यही हुआ है। वहां भी मार्कशीट में गड़बड़ हुई है। विद्यार्थियों ने जब कॉलेज प्रिंसीपल से शिकायत की तो उन्होंने यूनिवर्सिटी जाने को कहा। जब विद्यार्थी यहां आए तो उनकी शिकायत ले ली गई। कुछ दिनों में कोई बदलाव नहीं आया तो कॉलेज प्रिंसीपल ने एक बार फिर उनकी शिकायत खुद यूनिवर्सिटी भेजी, लेकिन अभी तक कोई बदलाव नहीं आया है। आईटी डिपार्टमेंट इसे ठीक करने में लगा है लेकिन सेल्फ फाइनेंस डिपार्टमेंट के कर्मचारियों की हड़ताल से मामला अटक गया है।
कार्यपरिषद सदस्य ने भी उठाया मामला
यहां तक कि विद्यार्थियों ने जब कार्यपरिषद सदस्य डॉ. विक्रांत भूरिया को मामला बताया तो उन्होंने गत दिनों हुई कार्यपरिषद की बैठक में खुद कुलपति व परीक्षा विभाग के अधिकारियों को गलती बताई। वहीं इसके बाद विद्यार्थियों ने मंगलवार को झाबुआ कलेक्टर की जनसुनवाई में जाकर शिकायत दर्ज करवाई। कलेक्टर ने कॉलेज प्रिंसीपल को जनसुनवाई में बुलवाकर इसका हल तुरंत करवाने के निर्देश जारी किए हैं। कॉलेज के एक प्रोफेसर यूनिवर्सिटी के अधिकारियों के पास यह पूरा मामला लेकर पहुंचे और इसका समाधान करने को कहा। अभी तक यह नहीं सुलझ पाया है।