26 Apr 2024, 04:23:18 के समाचार About us Android App Advertisement Contact us app facebook twitter android

राहुल सेठी इंदौर। सुपर कॉरिडोर के पास काटी गई कॉलोनी नरीमन सिटी पार्ट-2 को फायदा पहुंचाने की नीयत से कॉलोनाइजर ने एक से दूसरे तालाब तक पानी पहुंचाने वाली पाइप लाइन बंद कर बाउंड्रीवॉल तान दी। इससे बारिश के दिनों में आसपास के खेतों में खड़ी फसल बर्बाद होने का खतरा मंडरा रहा है। वहीं शिकायत के बाद भी जिला प्रशासन और नगर निगम अफसरों ने इसके खिलाफ अब तक कोई कार्रवाई नहीं की, जबकि तालाब गहरीकरण का कार्य यहां तेजी से किया जा रहा है।

मामला छोटा बांगड़दा स्थित बड़े तालाब का है। बारिश के दिनों में इसके ओवरफ्लो होने पर अतिरिक्त पानी पास ही स्थित छोटे तालाब में जाता है। इसके लिए वर्षों पहले पाइप लाइन डाली गई थी, जिसे कॉलोनाइजर राजेंद्र जैन ने मिट्टी डालकर बंद कर दिया और उस पर बाउंड्रीवॉल खड़ी कर दी। क्षेत्र के किसानों के मुताबिक बारिश में हर साल यहां से ओवरफ्लो होकर पानी उसी पाइप लाइन के जरिये छोटे तालाब में जाता था। अब कॉलोनाइजर ने पाइप लाइन ही बंद कर दी तो यह पानी आसपास के खेतों में भराएगा, जिससे फसलें पूरी तरह चौपट हो जाएंगी।

क्षेत्रीय पार्षद ने साधी चुप्पी
इस मामले में किसानों द्वारा शिकायत किए जाने के बाद निगम अधिकारियों ने यहां दौरा कर पूरी स्थिति देखी, लेकिन कार्रवाई अब तक नहीं की गई। पार्षद अश्विन शुक्ला को समस्या से अवगत कराया, पर उन्होंने भी चुप्पी साध ली।

मंदिर की जमीन भी आएगी डूब में
कॉलोनाइजर की मनमानी से खासकर भीमसिंह ठाकुर, सूरज सिंह, मजीद खान व अन्य किसानों की खेती तो बर्बाद होगी ही, पास ही स्थित शिव मंदिर की जमीन भी पाइप लाइन बंद होने से डूबने की आशंका है।

सीधी बात
निगम के भवन अधिकारी विवेश जैन से

नरीमन सिटी के मामले में शिकायत आई है?
-    शिकायत के बाद हमने वहां का दौरा किया था।
क्या कार्रवाई होगी वहां पर?
-    कॉलोनाइजर को मिट्टी हटाने के निर्देश दिए हैं।
क्या किसानों की समस्याओं का निराकरण होगा?
-    यदि कॉलोनाइजर ने समस्या दूर नहीं की तो कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

अधिकारियों की सांठगांठ
अधिकारियों द्वारा कॉलोनाइजर से सांठगांठ कर मामला दबाने के प्रयास किए जा रहे हैं। उन्हें हमारी परेशानी से कोई लेना-देना नहीं।
-भीमसिंह ठाकुर, पीड़ित किसान

कोई गंभीर समस्या नहीं
इस बारे में मुझे कोई खास जानकारी नहीं है। यह गंभीर समस्या नहीं है। किसानों ने जो समस्या बताई, उसका निराकरण किया जाएगा।
-अश्विन शुक्ला, पार्षद

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