सुधीर शिंदे इंदौर। 600 ट्रकों के फर्जी पतों पर रजिस्ट्रेशन के मामले का जल्द खुलासा हो सकता है। मामले की जांच कर रहे लोकायुक्त ने इंदौर में पदस्थ रहे 80 अधिकारी और कर्मचारियों को नोटिस जारी कर तलब किया। सूत्रों के मुताबिक इसमें 38 अफसर और 42 बाबू हैं। हालांकि इसमें 30 फीसदी सेवानिवृत्त हैं, जबकि 10 फीसदी ने वीआरएस ले लिया है। वहीं कई अफसर लंबी छुट्टी पर हैं। अधिकारी और बाबुओं की सांठगांठ से हुए इस फर्जीवाड़े से सरकार को आठ करोड़ से ज्यादा नुकसान हुआ था। वहीं लोकायुक्त के जांच अधिकारी दिनेश पटेल का कहना है कि हमने नोटिस दिए हैं। उन्होंने कुछ समय मांगा है, जो उन्हें दिया गया है। दबंग दुनिया द्वारा इस मामले का खुलासा किए जाने के बाद दो साल से लोकायुक्त द्वारा इस मामले की जांच की जा रही थी।
नहीं सौंपे पूरे दस्तावेज
मामले की जांच शुरू होेने के बाद 600 गाड़ियों की दस्तावेजों की जांच के लिए लोकायुक्त द्वारा करीब दर्जनभर पत्र लिखे गए, लेकिन इस फर्जीवाड़े को अंजाम देने वाले बाबू अधिकारियों को गुमराह करते रहे। इस कारण अभी तक पूरी गाड़ियों के दस्तावेज नहीं सौंपे जा सकें।
इन्हें दिया नोटिस
सूत्रों के मुताबिक जिनको नोटिस मिले हैं इनमें आरटीओ के अलावा पीसी जैन, आरआर त्रिपाठी, गुलाबसिंह रघुवंशी, संजय सोनी, जीएम पाठक, जितेंद्र रघुवंशी, पवन जैन, रजनीश श्रीवास्तव, दिनेश जैन, गुलाबसिंह चौहान, अर्चना मिश्रा, सुनील तिवारी, आरपी बिरथरे सहित कई आरटीआई हैं। जबकि बाबुओं में आरपी गौतम, तेजसिंह अहिरवार, रवींद्र केतकर, रमण जैन, रोहित अटूट, सतीश यादव, विष्णु राय सहित अन्य शामिल हैं।
प्रारंभिक जांच में हुआ था खुलासा
बताया जाता है कि इन गाड़ियों को रजिस्टर्ड करने वाले बाबुओं में सबसे प्रमुख नाम आरपी गौतम का है। गौतम ने कई सालों तक जिन सीरीजों में नई गाड़ियों (भारी वाहन) का रजिस्ट्रेशन किया, जांच में सर्वाधिक फर्जी पते उन्हीं सीरीजों में मिले हैं। इनमें एमपी 09 एचएफ, एमपी 09 केडी और एमपी 09 केसी सीरीज प्रमुख हैं। इन सीरीजों के बाद के ट्रांजेक्शन करने वालों में रवींद्र केतकर, शंकरलाल वर्मा सहित कुछ अन्य नाम शामिल थे।
लाखों का टैक्स
जिनके नाम गाड़ियां रजिस्टर्ड थीं, वे उस पते पर रहे ही नहीं। आरटीओ रिकॉर्ड में 3, न्यू मैकेनिक नगर के पते पर 23 ट्रक और 3, मैकेनिक नगर के पते पर 9 ट्रक रजिस्टर्ड हैं। इनको नवप्रकाश, नीरज, राहुल, मनीष शर्मा तथा किशोर जैन के नाम पर रजिस्टर्ड किया। जिन पतों पर गाड़ियां रजिस्टर्ड थीं, वहां आॅटो पार्ट्स की दुकान, डायमंड जिम, गैरेज, प्लॉट, मकान, टायर दुकानें मिलीं। हर ट्रक पर पांच लाख या इससे अधिक टैक्स बकाया था।
सिर्फ कॉलोनी का नाम
50 से ज्यादा ट्रक ट्रांसपोर्ट नगर, टीपी नगर, मैकेनिक नगर, एबी रोड, भंवरकुआं, पीपल्याराव, देवास नाका, जूना रिसाला, न्यू लोहा मंडी, नंदबाग कॉलोनी, नया पीठा बंबई बाजार, महावीर नगर, सिल्वर पैलेस कॉलोनी, तिल्लौर खुर्द, गोकुलगंज, मंगल नगर, काजी मोहल्ला, विजय नगर, लसूड़िया, भोलाराम उस्ताद मार्ग जैसे अलग-अलग पतों पर रजिस्टर्ड हैं।