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यूनिवर्सिटी ग्राउंड पर हैंडबॉल टेराफ्लेक्स टर्फ

By Dabangdunia News Service | Publish Date: Jun 14 2016 10:12AM | Updated Date: Jun 14 2016 10:12AM
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रफी मोहम्मद शेख इंदौर। देवी अहिल्या यूनिवर्सिटी को एक और खेल की सौगात मिलने जा रही है। तक्षशिला परिसर स्थित फिजिकल एजुकेशन डिपार्टमेंट के स्पोर्ट्स ग्राउंड पर मध्यप्रदेश का पहला हैंडबॉल टेराफ्लेक्स टर्फ बिछेगा। इसे लगाने का पूरा खर्च खेल व युवक कल्याण विभाग करेगा। इसके लिए 65 लाख रुपए का प्रस्ताव दिया गया है। यूनिवर्सिटी ने इस प्रस्ताव को मान्य कर लिया है। इसका उपयोग यूनिवर्सिटी के साथ ही शहर के अन्य खिलाड़ी भी कर सकेंगे। इससे पहले यूनिवर्सिटी को मध्यप्रदेश टेनिस संघ के 12 लाख रुपए के सहयोग से दो ऐट लेयर टेनिस कोर्ट बनाने का मौका मिला था, लेकिन कार्यपरिषद की मंजूरी के बाद भी विभाग की उदासीनता से यह कोर्ट नहीं बन पाए थे।

देवी अहिल्या यूनिवर्सिटी में इंडियन कैफे हाउस के पास स्थिति छोटे फुटबॉल ग्राउंड को हैंडबॉल के टेराफ्लेक्स ग्राउंड के रूप में परिवर्तित किया जाएगा। हैंडबॉल के ग्राउंड 45 बॉय 24 यानी करीब 825 मीटर में टेराफ्लेक्स टर्फ बिछाया जाएगा। इसे आउटडोर बिछाया जाएगा और इससे हैंडबॉल का मध्यप्रदेश का पहला उच्चकोटि का स्पेशलाइज्ड ग्राउंड तैयार हो जाएगा। कबड्डी और खो-खो के इनडोर या आउटडोर टर्फ की तरह टेराफ्लेक्स टर्फ भी होता है। इससे खिलाड़ियों को चोट लगने की संभावना कम होती है। साथ ही उनके खेल की स्पीड भी बढ़ जाती है।

टेनिस कोर्ट में फेल हो चुके
देवी अहिल्या यूनिवर्सिटी को इससे पहले लॉन टेनिस का नेशनल लेवल सेंटर बनने का मौका भी मिला था, लेकिन वो विभाग की उदासीनता से इसे भुना नहीं पाया। यूनिवर्सिटी को पहली बार वेस्ट जोन और आॅल इंडिया इंटर जोनल यूनिवर्सिटी कॉम्पिटिशन की मेजबानी हासिल हुई थी। इसके चलते अब यहां पर इंटरनेशनल लेवल के दो ऐट लेयर सिंथेटिक सरफेस कोर्ट मध्यप्रदेश टेनिस संघ की तरफ से 12 लाख रुपए का आर्थिक सहयोग से बनाने की अनुमति मिली थी। बाकी आठ लाख रुपए यूनिवर्सिटी अपनी तरफ से मिला रही थी। करीब 1155 स्क्वेअर फीट में इन कोर्ट्स का निर्माण होना था। इसके लिए एक कंपनी को 80 रुपए प्रति वर्गफीट के हिसाब से ठेका भी दे दिया गया है। खास बात यह है कि कार्यपरिषद की मंजूरी के बाद भी यह कोर्ट नहीं बन पाए।

कोच भी करवाएगा उपलब्ध
शहर और प्रदेश के पहले इस टेराफ्लेक्स ग्राउंड के लिए यूनिवर्सिटी को खेल व युवक कल्याण विभाग ने प्रस्ताव दिया है। विभाग ने 9 मार्च को यूनिवर्सिटी के फिजिकल एजुकेशन डिपार्टमेंट को पत्र लिखकर अपना ग्राउंड उपलब्ध करवाने को कहा था। उसने प्रस्ताव दिया था कि वो करीब 65 लाख रुपए की लागत से हैंडबॉल के लिए टेराफ्लेक्स टर्फ लगवाने को तैयार है। यहां तक कि इस मैदान पर प्रशिक्षण के लिए खेल व युवक कल्याण विभाग अपना कोच भी भेजेगा। उसके वेतन-भत्तों का खर्च भी वो स्वयं ही उठाएगा।

सभी खिलाड़ियों के लिए

विभाग ने इसके साथ कुछ शर्ते भी रखी हैं। विभाग के अनुसार इस खेल मैदान का उपयोग यूनिवर्सिटी के खिलाड़ी कर सकेंगे। खेल व कल्याण विभाग के खिलाड़ी भी इस पर खेल सकेंगे। साथ ही हैंडबॉल एसोसिएशन के खिलाड़ी भी यहां प्रैक्टिस कर सकेंगे। उन्होंने यह भी शर्त रखी है कि हैंडबॉल की प्रदेश और राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिताओं के लिए भी यूनिवर्सिटी को यह ग्राउंड उपलब्ध करवाना होगा। प्रस्ताव को पारित करने के बाद यूनिवर्सिटी के स्पोर्ट्स बोर्ड ने 18 मार्च को इसे कार्यपरिषद में भेज दिया था। यहां भी 9 जून को इस प्रस्ताव को हरी झंडी मिल गई है।

अनुमति दे दी है
कार्यपरिषद ने हैंडबॉल के टेराफ्लेक्स टर्फ बिछाने के लिए अपनी तरफ से अनुमति दे दी है। अब जल्द ही खेल व युवक कल्याण विभाग को डिपार्टमेंट पत्र भेजकर यूनिवर्सिटी की स्वीकृति की जानकारी दे देगा।
- डॉ. नरेंद्र धाकड़, कुलपति
देवी अहिल्या यूनिवर्सिटी

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