अनूप सोनी इंदौर। यदि आप फ्लाइट में यात्रा करने के लिए इंदौर के एअरपोर्ट जा रहे हैं तो अपनी जरूरत की दवाइयां साथ लेते जाना, आपको गर्मी के कारण चक्कर भी आ गए तो भी एअरपोर्ट पर कोई दवाई-गोली नहीं मिलेगी। क्योंकि बीते कई दिनों से एअरपोर्ट पर चलने वाला क्लिनिक बंद है। यह क्लिनिक कब चालू होगा, फिलहाल कहना मुश्किल है।
20-25 दिनों से बंद है
एअरपोर्ट पर संचालित क्लिनिक पर यात्रियों का मुफ्त इलाज होता है। इस व्यवस्था को जुटाने में एअरपोर्ट अथॉरिटी को भी राशि खर्च नहीं करना पड़ती है। क्योंकि, एअरपोर्ट पर जिस हॉस्पिटल द्वारा क्लिनिक खोला जाता है, उसका टर्मिनल व परिसर में बोर्ड के कारण प्रचार होता है। साथ ही इलाज के दौरान कई यात्री ऐसे मिल जाते हैं जो हॉस्पिटल में नियमित इलाज के लिए पहुंचने लगते हैं। अथॉरिटी ने करीब एक साल पहले अरिहंत हॉस्पिटल एंड रिसर्च सेंटर से एअरपोर्ट पर क्लिनिक चलाने को लेकर दो साल का अनुबंध किया था, लेकिन हॉस्पिटल के कर्ताधर्ताओं ने इसे करीब एक साल चलाने के बाद ही बंद कर दिया है। यह करीब 20-25 दिनों से बंद है। ऐसे में गुरुवार को एक यात्री को तत्काल इलाज की जरूरत पड़ी थी, तब उसे एअरपोर्ट पर किसी तरह का कोई इलाज नहीं मिल पाया। इससे यात्री के परिजन नाराज भी हुए थे।
स्टाफ की कमी से हुआ बंद
क्लिनिक के बंद होने के संबंध में जब अरिहंत हॉस्पिटल में बात की गई तो बताया गया कि स्टाफ की कमी के कारण उसे बंद किया गया है। साथ ही यह भी बताया कि हॉस्पिटल और एअरपोर्ट अथॉरिटी के अधिकारी जल्द ही एक बैठक करेंगे, इसके बाद क्लिनिक को चालू रखना है या पूरी तरह बंद करना है, इस पर निर्णय लिया जाएगा।
इन यात्रियों को ज्यादा दिक्कत
फ्लाइट में कई यात्री ऐसे भी रहते हैं जो पहली बार एअरपोर्ट आते हैं। ऐसे यात्रियों को अकसर घबराहट होना, चक्कर आना आदि दिक्कत होती है। ऐसे में टर्मिनल पर एक डॉक्टर का होना जरूरी हो जाता है।
जल्द शुरू होगा क्लिनिक
ये सही है कि एअरपोर्ट पर क्लिनिक कुछ दिनों से बंद है। संभवत: हॉस्पिटल के कर्ताधर्ता इसे नहीं चलाना चाहते हैं। कोशिश की जा रही है कि जल्द से जल्द यह सुविधा फिर यात्रियों को मिलने लगे।
- मनोज चंसोरिया, डायरेक्टर, इंदौर एअरपोर्ट