राहुल सेठी इंदौर। एअरपोर्ट पर पार्किंग के लिए अथॉरिटी द्वारा चौथी बार टेंडर जारी किया गया, लेकिन अब तक किसी भी ठेकेदार ने इसमें रुचि नहीं दिखाई। इसका कारण अथॉरिटी द्वारा ठेके की राशि सीधे दोगुना से ज्यादा बढ़ाई जाना है। नया ठेकेदार न मिलने पर पुराने को ही दो बार एक्सटेंशन देकर काम चलाया जा रहा था, लेकिन अब ऐसा करना मुमकिन नहीं, क्योंकि नियमानुसार उक्त ठेकेदार को अब और एक्सटेंशन नहीं दिया जा सकता। लिहाजा अथॉरिटी ने मुंबई मुख्यालय से इस संबंध में मार्गदर्शन मांगा है।
पूर्व में पार्किंग का ठेका 8.10 लाख रुपए में गया था, लेकिन अब मुख्यालय ने इसकी राशि बढ़ाकर 17.49 लाख रुपए प्रतिमाह कर दी है। वर्ष 2014-15 में पार्किंग ठेके की मियाद खत्म हो गई। उसके बाद मुंबई मुख्यालय से अथॉरिटी को छह माह के लिए ठेकेदार नियुक्त करने का अधिकार मिला था। उक्त ठेकेदार द्वारा 8.10 लाख रुपए हर माह अथॉरिटी को जमा कराए जा रहे हैं। इसकी अवधि पूरी होने पर अथॉरिटी ने दो बार समय सीमा बढ़ा दी थी। अब बढ़ी राशि के मान से डेढ़ साल में चौथी बार टेंडर बुलाए, लेकिन कोई भी ठेकेदार आगे नहीं आया।
बाहर खड़े होते हैं वाहन
यात्रियों के परिजन अपने वाहन पार्किंग स्थल के बजाय बिजासन पर्वत क्षेत्र में खड़े करते हैं। इसके अलावा सामने स्थित बाबू मुराई कॉलोनी में भी वाहन खड़े किए जाते हैं। इसके चलते पार्किंग ठेकेदार की आय प्रभावित होती है।
...तो मुंबई जैसे रेट हो जाएंगे
जानकारों के मुताबिक मुख्यालय अधिकारियों ने जो टेंडर राशि तय की है, उससे तो यहां मुंबई एअरपोर्ट की तरह पार्किंग रेट हो जाएंगे। वहां फिलहाल कार पार्किंग के 165 रुपए लगते हैं, जबकि इंदौर में 55 रुपए।
मुख्यालय को भेजी जानकारी
पार्किंग का टेंडर चौथी बार भी खाली रहा। हमने मुख्यालय को इससे अवगत करा दिया है। वहां से जो दिशानिर्देश मिलेंगे, उसी अनुसार आगे की प्रक्रिया तय होगी।
-मनोज चंसोरिया, डायरेक्टर, एअरपोर्ट अथॉरिटी