राहुल सेठी इंदौर। जिस अहिल्या माता के नाम से देशभर में इंदौर शहर की पहचान है, उस माता का अब यहां भव्य मंदिर निर्मित होगा। इसकी शुरुआत उज्जैन सिंहस्थ में राज्यपाल रामनरेश यादव द्वारा की जाएगी। इंदौर सेवा ट्रस्ट द्वारा बिजासन माता मंदिर परिसर में होने वाले इस मंदिर निर्माण की रूपरेखा तैयार की गई है।
ट्रस्ट के अध्यक्ष पं. योगेंद्र महंत ने बताया मंदिर में अहिल्या माता की सुंदर प्रतिमा विराजित की जाएगी। चूंकि वे भगवान शिव की अनन्य भक्त थीं। इसलिए पास ही शिव मंदिर का भी निर्माण किया जाएगा। मंदिर निर्माण के लिए अनुमति की कार्रवाई शुरू कर दी गई है। वहीं सिंहस्थ महापर्व के दौरान इस प्रोजेक्ट की औपचारिक शुरुआत उज्जैन में राज्यपाल रामनरेश यादव के हाथों आकर्षक फोल्डर के विमोचन से होगी।
जयपुर के कलाकार बनाएंगे मंदिर
अहिल्या माता की राजबाड़ा पर प्रतिमा विराजित है, लेकिन मंदिर शहर में कहीं भी नहीं। इसीलिए ट्रस्ट ने यह निर्णय लिया है। सफेद मार्बल से बनने वाले इस मंदिर और इसमें विराजित की जाने वाली प्रतिमा का काम जयपुर के कलाकारों द्वारा वहीं किया जाएगा।
होलकर राजघराने के सदस्य भी रहेंगे मौजूद
चूंकि शहर में अहिल्या माता का ये एकमात्र मंदिर होगा, इसलिए ट्रस्ट पदाधिकारियों की मंशा है कि भूमिपूजन समारोह में होलकर राजघराने के वर्तमान संचालकों को विशेष तौर पर आमंत्रित किया जाए। इनके साथ ही मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान, लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन व भाजपा और कांग्रेस के नेताओं सहित शहर के कई संगठनों के पदाधिकारियों को बुलाया जाएगा।
महेश्वर से लाए नर्मदा जल से होगा भूमिपूजन
मंदिर निर्माण के लिए ट्रस्ट द्वारा अहिल्या की प्रमुख नगर रहे महेश्वर स्थित घाट से नर्मदा जल लाया जाएगा। साधु-संतों की अगुआई में नर्मदा जल से भूमिपूजन होगा।