- पंकज दुबे
रायपुर। यूनिवर्सिटी व कॉलेज में स्नातक की पढ़ाई कर रहे छात्र-छात्राओं को पर्यावरण विज्ञान की प्रोजेक्ट फाइल जमा करने के साथ आॅप्शन के रूप में गमले का एक पौधा भी जमा करना होता है। ये यूजीसी के नियमों में है। इसके लिए विद्यार्थियों को 25 नंबर दिए जाते हैं, लेकिन अधिकतर कॉलेजों की इसमें रुची नहीं है। कारण है पौधे को संभालना। उनका कहना है पौधे तो लगा देंगे, लेकिन इसमें डालने के लिए पानी कहां से लाएंगे। इस कारण स्नातक के छात्र एक तरफ जहां थ्योरी पर अधिक फोकस कर रहे है, वहीं कॉलेज और विवि कैंपस की हरियाली लगातार सूखती जा रही है।
यह है यूजीसी की गाइड लाइन
यूनिवर्सिटी व कॉलेज के हर स्टूडेंट को नए सत्र से कैंपस में कम से कम एक पौधा लगाना होगा। सिर्फ पौधे रोप देना भर काफी नहीं होगा, उनकी देखभाल भी करना होगी। इसके आधार पर स्टूडेंट का परफॉर्मेंस तय किया जाएगा। यूजीसी ने इस आशय का सर्कुलर देशभर की यूनिवर्सिटीज को जारी किया है। वहीं सुप्रीम कोर्ट ने 6 दिसंबर 1999 को छह महीने का पर्यावरण कोर्स यूनिवर्सिटी और कॉलेजों में शुरू करने के आदेश दिए थे। आदेश के 15 साल बाद भी किसी कॉलेज ने इस पर अमल नहीं किया। नवंबर 2014 में यूनिवर्सिटी की सख्ती के बाद इसे लागू किया गया। इसके चलते प्रोजेक्ट कहें या न्यू प्लांटेशन स्कीम, जिसमें हर स्टूडेंट को एक-एक पौधा लगाने की अनिवार्यता की जा रही है। पर्यावरण के प्रोजेक्ट में 75 नंबर थ्योरी और 25 प्रैक्टीकल के लिए निर्धारित हैं। इसमें छात्र को प्रैक्टीकल के रूप में कोई भी एक पौधा कॉलेज में देना रहता है।
इसके कई फायदे
पर्यावरण संरक्षण की दिशा में इसके फायदे गिनाए जा रहे हैं। यूनिवर्सिटी व कॉलेज कैंपस में हरियाली तो होगी ही, तापमान में भी गिरावट आएगी। कुछ महीने पहले बिलासपुर के केंद्रीय विद्यालय ने ऐसा प्रयोग शुरू किया था। यहां एडमिशन के बाद हर स्टूडेंट को एक पौधा लगाने के साथ उसके रखरखाव की जिम्मेदारी लेना होती है। साथ ही छात्रों में पर्यावरण के प्रति जागरूकता लाने की बेहतरीन कवायद है।
कॉलेज में पर्यावरण को लेकर काफी पौधे लगाए गए हैं, लेकिन प्रोजेक्ट में पौधा छात्रों को लाना है, इस नियम के बारे में जानकारी नहीं है। मैं पता करती हूं, अगर ऐसा है तो वाकई यह पर्यावरण के लिहाज से काफी बढ़िया होगा।
ममता शर्मा, प्राचार्य,
हरिशंकर कालेज
जन्मदिन पर लगाते हैं
प्रोजेक्ट में तो अनिवार्य नहीं किया है, लेकिन कैंपस में हरियाली को बरकरार रखने के लिए छात्राओं द्वारा पौधे लगाए जाते हैं। साथ ही जिस भी छात्रा का जन्मदिन आता है, उससे जरूर कैंपस में एक पौधा लगवाते हैं।
-डॉ. अरविंद गिरोलकर,
प्राचार्य दूधाधारी बजरंग
शासकीय गर्ल्स कॉलेज
पहल करने की जरूरत
यूजीसी के नियम के अलावा स्वयं को भी सोचना होगा, क्योंकि जिस प्रकार से दूषित पर्यावरण में राजधानी का नाम शामिल हो गया है। इसका प्रभाव आसपास के सभी क्षेत्रों में भी दिखेगा, इसलिए सिर्फ यूजीसी का नियम ही हो तब पर्यावरण के प्रति कॉलेजों द्वारा मुहिम चलाई जाए ठीक नहीं। सभी कॉलेजों को इस पर पहल करने की आवश्यकता है।
-डॉ. सीएस चौबे, प्राचार्य,
बीसीएस पीजी कॉलेज