संजय सोनी 9926326760-
भोपाल। राजधानी नगर सीमा में भले ही 20 गांवों को शामिल कर लिया गया है, लेकिन अभी इन इलाकों के दर्जनों रुटों पर बीसीसीएल की बसें नहीं चल रही हैं। पब्लिक ट्रांसपोर्ट को सुचारू रूप से चलाने को लेकर बीसीसीएल बसों की डिमांड आने पर सुविधाएं बढ़ाई जाने के भले ही दावे कर रही होे, लेकिन अभी भी ऐसे दर्जनों रुट हैं, जहां बसों की सुविधाएं नहीं हैं और कई रुटों पर बहुत कम बसें की चल पा रही हैं। शहर में परिसीमन के बाद जिन गांवों को शामिल किया गया है, उनमें जेएनएनयूआरएम की माय बसें नहीं चल रही हैं।
100 बसों की डिमांड
शहर में 225 बसें हैं, जिनमें से 12 एसी बसों को छोड़ संचालित हो रही है, लेकिन अभी 100 बसों की और डिमांड की जा रही है। यह बसें 100 किमी के दायरे में बीसीसीएल भोपाल से बैरसिया, विदिशा, औबेदुल्लागंज समेत शहर सीमा से 100 किलोमीटर की दूरी तक बसें चलाने की तैयारी में है। कई सालों से हो रही मांग पर बंगरसिया तक तीन बसें चला दी हैं, लेकिन उसके आगे तक अभी विचार नहीं है।
इन रूटों पर दरकार
ननि सीमा में आए करोंद से लांबाखेड़ा, कोलार रूट पर बैरागढ़ चीचली के बाद इनायतपुर समेत 10 किमी आगे तक, नेहरूनगर से नीलबड़ व रातीबड़ (ग्रामीण क्षेत्र), बैरागढ़ संत हिरदाराम नगर से फंदा तक चलाने कई बार प्लानिंग हुई पर अभी तक कोई सहमति बनी और न सर्वे हुआ।