24 Apr 2024, 16:08:42 के समाचार About us Android App Advertisement Contact us app facebook twitter android

-कृष्णपाल सिंह

इंदौर। बिजली कंपनी अपने उपभोक्ताओं पर बिजली बिल का भार कम करने के लिए सभी के यहां एलईडी लाइट लगाएगी। घरेलू उपभोक्ताओं को ये एलईडी जल्द ही सस्ती दरों के साथ किस्तों पर दी जाएगी। केंद्र और प्रदेश सरकार की कोशिशों के तहत सितंबर में इस योजना की शुरुआत पूरे प्रदेश में होगी। इंदौर-उज्जैन संभाग के सभी बड़े शहर इस योजना के तहत एलईडी से रोशन होंगे। ये लाइट बाजार भाव से 40 फीसदी कम दर पर मिलेगी। उपभोक्ताओं को शुरुआत में कुछ राशि देना होगी। इसके बाद किस्तों में राशि जमा की जा सकेगी। यह राशि उपभोक्ता के बिजली बिल में जुड़कर आएगी। शहरी उपभोक्ताओं के बाद ग्रामीण क्षेत्रों में भी यह योजना शुरू होगी।  4शेष पेज-10

बिजली और पैसों की बचत
एलईडी (लाइट इमिटिंग डायोड) लाइट में सामान्य बल्ब की तरह फिलामेंट नहीं होता। इसमें सेमीकंडक्टर मटेरियल होता है, जिसमें इलेक्ट्रॉन के मूवमेंट से लाइट पैदा होती है। 60 वॉट का बल्ब जितनी रोशनी देता है, उतनी रोशनी सीएफएल 13 से 15 वॉट और एलईडी 5 से 7 वॉट पर देती है। इस तरह एलईडी की बिजली खपत सीएफएल से 50 फीसदी कम है। एलईडी साधारण बल्ब की तुलना में 50 गुना अधिक समय तक चलता है। वहीं सीएफएल की तुलना में एलईडी बल्ब 8 से 10 गुना अधिक टिकाऊ होता है। इस तरह यह बिजली के साथ पैसों की भी बचत कराएगी।

जोन स्तर से रहेगी व्यवस्था
एलईडी की व्यवस्था जोन स्तर पर रहेगी। प्राथमिक तौर पर सिंगल फेज को प्राथमिकता दी जाएगी। इसके लिए केंद्र व राज्य सरकार भी राशि देगी। कितनी राशि देगी, यह स्पष्ट नहीं हुआ है।

इसलिए है खास
सामान्य बल्ब से बिजली के झटके लग सकते हैं, पर एलईडी से नहीं। इसमें शॉक रेसिस्टेंस पावर होता है।
 

ईको फ्रेंडली
बल्ब में मर्क्यूरी का इस्तेमाल होता है। यह वायु प्रदूषण का एक मुख्य कारक है, पर एलईडी में यह इसका उपयोग नहीं होता। यह ईको फ्रेंडली है।
 

उम्र होती है लंबी
सामान्य बल्ब एक से दो हजार घंटे जलता है। सीएफएल 10-15 हजार घंटे। एलईडी बल्ब 25 हजार से एक लाख घंटे जलता है।

सामान्य बल्ब
एक यूनिट के लिए 25 वॉट का बल्ब 40 घंटे, 40 वॉट का 25 घंटे और 60 वॉट का 16.40 घंटे जलता है।  सामान्य तौर पर 60 वॉट का बल्ब रोज आठ घंटे जलता है तो 30 दिन में 14.63 यूनिट का बिल आएगा 65.85 रुपए

सीएफएल
एक यूनिट के लिए 5 से 7 वॉट की सीएफएल 143 घंटे, 9 से 11 वॉट की 90 घंटे 55 मिनट, 11  से 13 वॉट की 77 घंटे और 25 से 27 वॉट की 37 घंटे चलेगी। सामान्य तौर पर 11 वॉट की सीएफएल रोज आठ घंटे जलती है तो 30 दिन में 2.65 यूनिट का बिल आएगा 11.93 रुपए

सिंगल फेज से शुरुआत
शुरुआत में सिंगल फेज कनेक्शन वाले उपभोक्ताओं को किस्तों पर एलईडी लाइट दी जाएगी। इससे बिजली कंपनी का घाटा भी कम होगा।
 - आकाश त्रिपाठी, सीएमडी, पश्चिम क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी

ट्यूबलाइट
एक यूनिट के लिए 55 वॉट की ट्यूबलाइट 18 घंटे 11 मिनट जलेगी। इलेक्ट्रॉनिक चोक की 35 वॉट की ट्यूबलाइट 28 घंटे 34 मिनट। 35 वॉट की ट्यूबलाइट रोज 8 घंटे जलती है तो 30 दिन में 8.46 यूनिट का बिल आएगा 38 रुपए

...और एलईडी
एक यूनिट के लिए 5 वॉट की एलईडी 160 घंटे, 10 वॉट की 102 घंटे जलेगी। सामान्य तौर पर पांच वॉट की एलईडी आठ घंटे रोज जलती है तो 30 दिन में 1.5 यूनिट का बिल आएगा 6.75 रुपए

ज्यादा मिलेगी रोशनी
एलईडी से ज्यादा रोशनी बचत के साथ मिलेगी। यह सीएफएल, बल्ब और ट्यूबलाइट से और बेहतर है।
                                                                                                                               

                                                                                                                           संजय मालवीय, अतिरिक्त
                                                                                                                                      अधीक्षण यंत्री

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