इंदौर (मप्र)। शहर के मध्य क्षेत्र में एक ऐसा सरकारी स्कूल है, जहां सिर्फ दो या तीन बच्चों को एक टीचर पढ़ाती है। कई बार तो ऐसा मौका आता है, जब एक भी बच्चा स्कूल नहीं पहुंचता है। खास बात यह है कि यहां तीन टीचर पदस्थ हैं, वहीं बच्चों की कुल संख्या सिर्फ आठ है।
एमटीएच कंपाउंड स्थित भवन में दो सरकारी स्कूल संचालित हो रहे हैं। यह भवन अन्य सरकारी स्कूलों की तुलना में काफी अच्छी हालत में है। यहां पांच कमरे हैं। इस भवन में चल रहे दोनों स्कूल के पते को लेकर भी अजीब स्थिति है। प्राथमिक विद्यालय का पता एमटीएच कंपाउंड है। वहीं, माध्यमिक विद्यालय का पता महाराजा टॉकीज है, जबकि दोनों स्कूल एक ही भवन में प्रेस क्लब के पीछे एमटीएच कंपाउंड में चल रहे हैं। माध्यमिक विद्यालय में 14 बच्चे हैं, वहीं प्राथमिक विद्यालय में कुल 8 बच्चे हैं। दोनों ही विद्यालय के लिए तीन-तीन टीचर नियुक्त है। प्राथमिक स्कूल में अधिकांश समय दो से चार बच्चे ही पढ़ने आते है। एक-एक टीचर दो-दो बच्चों को पढ़ाती है और एक फ्री रहती है। कई बार तो इस स्कूल में कोई भी बच्चा पढ़ने के लिए नहीं आता है। ऐसे में तीनों टीचर दिनभर फ्री रहती है।
स्कूल का समय बदलने के लिए लिखा था पत्र
यहां जो माध्यमिक विद्यालय चल रहा है, उसमें पिछले सत्र में 20 बच्चे पढ़ते थे। छह बच्चों के परिजन ने दाखिला निकलवा लिया था। अब यहां सिर्फ 14 बच्चे हैं। स्कूल टीचर ने नाम न छापने की शर्त पर बताया सभी बच्चे कामकाजी हैं। ये दिनभर स्कूल आकर पढ़ना नहीं चाहते। कई बार अनुपस्थित रहते हैं। कुछ समय पहले स्कूल का समय सुबह करने को लेकर एक पत्र भी डीईओ को लिखा गया था, लेकिन कार्रवाई नहीं हुई। उन्होंने बताया यदि स्कूल का समय सुबह हो जाए तो बच्चों की संख्या बढ़ सकती है।