नई दिल्ली। सड़क परिवहन मंत्रालय ने अपने सड़क सुरक्षा जागरूकता अभियान के लिये फिल्म अभिनेता अक्षय कुमार को अपना ब्रांड एम्बैसडर बनाया है। मंत्रालय ने तीन वीडियो भी जारी किये हैं, जिसमें अक्षय कुमार को यातायात पुलिस निरीक्षक के तौर पर नियमों का उल्लंघन करने वालों को समझाते हुये दिखाया जा रहा है।
सड़क सुरक्षा जागरूकता पर बनी लघु फिल्म में अक्षय कुमार यातायात नियमों का उल्लंघन करने वाले से कह रहे हैं कि- ये सड़क किसी के बाप की नहीं है। सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी और अक्षय कुमार ने नियम तोड़नों वालों की मानसिकता को बदलने के लिये वीडियो पेश किये।
अक्षय कुमार ने कहा कि वह लोगों की मानसिकता को प्रभावित करने के लिए कुछ "अलग" करना चाहते थे। इन वीडियो में यह संदेश दिया गया है कि किसी को भी यातायात नियमों को तोड़ने का अधिकार नहीं है। गडकरी ने घायलों की मदद करने के लिये लोगों को प्रेरित करते हुये कहा कि अब गृह मंत्रालय द्वारा दिये जाने वाला बहादुरी पुरस्कार भी अच्छे लोगों की पहचान करेगा, जो कि सड़क दुर्घटना पीड़ितों की मदद करते हैं।
गडकरी ने कहा कि भारतीय सड़कों पर किसी युद्ध से ज्यादा लोग मारे जाते हैं और विभाग ने इसीलिये फिल्म अभिनेता को जोड़ा है। उन्होंने बिना किसी पैसे के मंत्रालय के लिये काम किया। उन्होंने कहा कि यह गंभीर विषय है क्योंकि भारत में हर साल पांच लाख हादसे होते हैं, यह दुनिया में सबसे अधिक है।
इनमें से डेढ लाख लोग अपनी जान गंवा देते हैं। मंत्री ने कहा कि दुर्भाग्यवश सड़क सुरक्षा विधेयक लोकसभा द्वारा पास होने और स्थायी समिति द्वारा मंजूर किये जाने के बावजूद राज्यसभा में पास नहीं हो सका है। उन्होंने इसके अगले साल तक संसद की मंजूरी मिलने की उम्मीद जताई है।