शिमला। बारिश के कारण हिमाचल प्रदेश के काजा इलाके में फंसी मलयालम फिल्म की अभिनेत्री मंजू वारियर और उनकी टीम को मंगलवार को मनाली-केलांग और मनाली काजा मार्ग खुलने के साथ सुरक्षित निकाल लिया गया। पिछले दो दिनों में भारी बारिश के बाद हुए भूस्खलन के कारण राज्य में सोमवार को भी सड़कों पर आवागमन बंद रहे। भारी भूस्खलन ने चंडीगढ़, मनाली और काजा राजमार्ग पर भी वाहनों की आवाजाही को प्रभावित किया। मनाली और काजा राजमार्ग पर मंजू वारियर अपने 28 सदस्यीय फिल्म यूनिट के साथ फंसी गयी थीं। इस मौसम में बारिश और बाढ़ से अबतक 63 लोगों की मौत हो चुकी है जिनमें पिछले तीन दिनों के दौरान 25 लोग मारे गये हैं। इस प्राकृतिक आपदस से राज्य को 627 करोड़ की संपत्ति नष्ट हुई है। मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने विधानसभा भवन में संवाददाताओं को यह जानकारी दी। मुख्यमंत्री ने बताया कि केंद्रीय विदेश मामलों के राज्य मंत्री वी मुरलीधरन, जो केरल से हैं, ने उन्हें फोन किया था और फिल्म टीम की सहायता का अनुरोध किया था। टीम तीन दिनों से लाहौल स्पिति जिले की स्पिति घाटी में काजा के पास छातरु गांव में फंसी हुई थी।
निर्देशक सनल कुमार ससिधरन की फिल्म ‘कय्यतन‘ की शूटिंग के लिए यह टीम तीन सप्ताह से वहां थी। मंजू ने अपने भाई को सैटेलाइट फोन से संपर्क कर बताया था कि बारिश और बाढ़ के कारण वह लोग फंसे हुए हैं तथा खाने-पीने का सामान तक खत्म होने को था। ठाकुर ने बताया कि राज्य के विभिन्न इलाकों से 1609 लोगों, जिनमें पर्यटक शामिल हैं, को निकालकर सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है। स्थानीय भारतीय मौसम विभाग ने रविवार को बताया था कि राज्य में 24 घंटे की अवधि में लगभग 70 साल के बाद अब तक की सबसे अधिक बारिश हुई है। पूरे राज्य में 102। 5 मिलीमीटर बारिश हुई और यह इस दिन के लिए सामान्य से 1,065 प्रतिशत अधिक था। कुल्लू, किन्नौर और लाहौल-स्पीति जिलों में ऊंचे पहाड़ी इलाकों में बर्फबारी हुई है। लाहौल-स्पीति जिले के केलांग में भी बर्फबारी हुई और कई इलाकों में मार्ग बंद रहे।