नई दिल्ली। देश को गुलामी की जंजीरों से आजाद कराने के लिए प्राणों की बलि देने वाले भारत मां के सपूतों की गौरव गाथा सुनाने वाले सेलुलर जेल के लाइट एंड साउंड शो की स्क्रिप्ट बदलने पर विचार किया जा रहा है। गृह मंत्रालय से संबद्ध स्थायी समिति की राज्यसभा में पेश रिपोर्ट के अनुसार, अंडमान निकोबार के मुख्य सचिव ने समिति को बताया कि विभिन्न स्तरों पर और संसद से कई बार यह मांग उठी है कि इस शो की स्क्रिप्ट में कई राज्यों के स्वतंत्रता सेनानियों के योगदान का उल्लेख नहीं किया गया है।
इसमें पंजाब और पश्चिम बंगाल के राज्यों का नाम विशेष रूप से लिया जाता है। यह मामला संसद की समितियों में तथा संसद के दोनों सदनों में पहले भी कई बार उठा है, लेकिन यह मांग पूरी नहीं हो सकी है। मुख्य सचिव ने कहा कि इन मांगों पर विचार करने के लिए एक धरोहर समिति का गठन किया गया था। यह बेहद संवेदनशील विषय है और धरोहर समिति स्क्रिप्ट का अध्ययन कर विभिन्न सुझावों को आम सहमति के आधार पर शामिल करने की कोशिश करेगी। इसमें तीन से चार महीने का समय लग सकता है। संसदीय समिति ने मुख्य सचिव से कहा कि वह जनप्रतिनिधियों सहित विभिन्न पक्षों के सुझावों पर विचार कर उचित सुझावों को स्क्रिप्ट में शामिल कर सकती है। उल्लेखनीय है कि सेलुलर जेल में लगभग हर रोज लाइट एंड साउंड शो का अंग्रेजी और हिन्दी में बारी-बारी से प्रदर्शन किया जाता है। इस शो को बड़ी संख्या में पर्यटक और स्थानीय निवासी देखने तथा सुनने आते हैं।