नई दिल्ली। दिल्ली के मुख्य सचिव अंशु प्रकाश के साथ हुई मारपीट के मामले को लेकर दिल्ली में राजनीति उबाल पर है। वहीं इसी बीच आम आदमी पार्टी (आप) के विधायक नरेश बालियान का एक भड़काऊ बयान तूल पकड़ सकता है।
...तो अधिकारियों को 'ठोकना' चाहिए
उत्तम नगर में एक रैली को संबोधित करते हुए विधायक नरेश बालियान ने शुक्रवार को कहा कि, मुख्य सचिव पर झूठ बोलने का आरोप तो लगाया ही। साथ ही बदसलूकी और मारपीट की घटना को सही बताते हुए जनता के काम में रोड़ा अटकाने वाले अधिकारियों के साथ ऐसा ही सलूक करने और उन्हें "ठोकने" की बात कही।
इनके साथ ऐसा ही होना चाहिए
विधायक ने कहा - जो चीफ सेक्रटरी के साथ हुआ, उन्होंने जो झूठा आरोप लगाया, मैं तो कह रहा हूं कि ऐसे अधिकारियों को ठोंकना चाहिए, जो आम आदमी के काम रोक कर बैठे हैं, ऐसे अधिकारियों के साथ यही सलूक होना चाहिए। बालयान ने कहा कि मुख्यमंत्री के पारदर्शी तरीके से काम करने की वजह से अधिकारियों की कमीशन बंद हो गई। इससे अधिकारी जो फाइल तीन दिन में पास हो जानी चाहिए उसमें कई-कई महीने लगाए जाते हैं और जनता के काम में रोड़े अटकाए जाते हैं। उन्होंने कहा कि जनता के काम में बाधा डालने वालों के साथ ऐसा ही "सलूक" होना चाहिए।
आप के विधायकों की जमानत याचिका खारिज
इस मामले में दिल्ली पुलिस ने मुख्यमंत्री निवास पर जाकर जांच पड़ताल की है। इस मामले में गिरफ्तार आम आदमी पार्टी (आप) के दो विधायकों अमानतुल्ला खां और प्रकाश जरवाल की जमानत याचिका खारिज हो गई है। दोनों 14 दिन की न्यायिक हिरासत में हैं।
कल देशभर में विरोध प्रदर्शन
आप के नेताओं ने संवाददाता सम्मेलन कर मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के घर पर हुई पुलिस कार्रवाई की निंदा की है और कल देशभर में विरोध प्रदर्शन करने की घोषणा की है।