नई दिल्ली। अगर आप किसी पुस्तक, कार्टून, फिल्मी चरित्र अथवा कलाकार या लेखक को पसंद करते हैं तो अपनी इस पसंदगी को लेकर पुरस्कार हासिल कर सकते हैं और आपको यह मौका मिलेगा राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में होने वाले देश के पहले कला पुस्तक मेले में। दो दिवसीय कला पुस्तक मेले का आयोजन 24 फरवरी से यहां इंदिरा गांधी राष्ट्रीय कला केन्द्र में किया जा रहा है। देश की समृद्ध कला एवं संस्कृति को समर्पित इस मेले में पुस्तकों, लेखकों एवं कलाकारों के दृष्टिकोण को प्रस्तुत किया जाएगा। आम लोग दोपहर 12.00 बजे से शाम 18.00 बजे तक मेले का अवलोकन कर सकेंगे।
खास विषयों पर होगी चर्चा
मेले की शुरुआत प्रसिद्ध कला इतिहासकार, फोटोग्राफर एवं फिल्मकार बेनॉय के बहल की नवीनतम पुस्तक ‘द आर्ट आॅफ इंडिया स्कल्पचर एंड मुरल पेंंटिंग’ पर परिचर्चा से होगी। इसके साथ ही भारतीय रेलवे के स्वर्णिम सफर की प्रस्तुति के रूप में अरूप चटर्जी अपनी पुस्तक ‘द पूर्वेयर्स आॅफ डेस्टिनी : ए कल्चरल बॉयोग्राफी आॅफ इंडियन रेलवे’ पर प्रकाश डालेंगे। पहले दिन का सत्र ज्योति सभरवाल द्वारा भारतीय शास्त्रीय संगीत, कला एवं कला इतिहास की अग्रणी शोधकर्ता कपिला वात्स्यायन पर रचित जीवनी पर परिचर्चा के साथ संपन्न होगा। मेले के दूसरे एवं अंतिम दिन 25 फरवरी को प्रदर्शनी भी आयोजित की जायेगी। इसी दिन प्रशंसकों के लिए प्रतियोगिता भी रखी जाएगी, जिसमें प्रतिभागी चरित्र, कलाकार अथवा लेखकों के प्रतीक परिधानों के जरिये अपनी पसंदगी को प्रस्तुत करेंगे। उत्कृष्ट परिधान धारी को पुरस्कार दिया जाएगा।