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ढोंगी बाबा को लेकर दिल्ली हाईकोर्ट सख्त, 4 जनवरी तक हर हाल में पेश किया जाए

By Dabangdunia News Service | Publish Date: Dec 22 2017 11:46AM | Updated Date: Dec 22 2017 4:47PM
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 नई दिल्‍ली। दिल्ली हाईकोर्ट ने ढोंगी बाबा वीरेंद्र देव दीक्षित को लेकर कड़ा रुख अख्तियार कर लिया है। हाईकोर्ट ने सीबीआई और दिल्ली पुलिस को आदेश दिया है कि 4 जनवरी तक ढोंगी बाबा को हर हाल में कोर्ट के सामने पेश करे। साथ ही हाईकोर्ट ने वीरेंद्र देव के आठ और आश्रमों की लिस्ट भी मांगी है। गौरतलब है कि पिछले तीन दिनों से दिल्ली के विजय विहार में ढोंगी बाबा के आश्रम पर छापेमारी चल रही है. इस छापेमारी में लगभग 50 नाबालिग लड़कियां सहित लगभग 200 महिलाओं को अभी तक छुड़ाया गया है।

विजय विहार में धर्म के नाम पर गंदा खेल खेलने वाला ढोंगी वीरेंद्र देव दीक्षित के कुकर्मों की दास्तान बड़ी लंबी होती जा रही है।बाबा की काली करतूतों पर से अब पर्त दर पर्त पर्दा उठने लगा है. हाईकोर्ट के निर्देश के बाद इस छापेमारी में कई हैरान करने वाले खुलासे भी हो रहे हैं। आपको बता दें कि दिल्ली महिला आयोग (डीसीडब्ल्यू) की टीमों की अगुआई में आश्रम में मौजूद 100 से ऊपर लड़कियों की मेडिकल जांच की गई। लड़कियों की उम्र का पता कर करीब 41 नाबालिग लड़कियों को नरेला और केजी मार्ग के बाल सुधार केंद्र ले जाया गया है।

बताया जा रहा है कि यहां बच्चियों की काउंसलिंग होगी। डीसीडब्ल्यू चीफ स्वाति जयहिंद ने बताया कि यहां कई महिलाएं बदहवासी की हालत में मिली हैं, ऐसा लग रहा है कि उन्हें नशे की कोई चीज दी गई है जिससे वे बात नहीं कर पा रही थीं। गुरुवार रात 9 बजे तक करीब डेढ़ सौ महिलाएं आश्रम में ही थीं, जिन्हें जल्द ही नारी निकेतन भेजा जाएगा। स्वाति के मुताबिक कई महिलाओं ने यौन शोषण की बात कही।

चादरों से कवर कर निकाला 
आश्रम में गुरुवार को सीडब्ल्यूसी की टीम के सामने सभी लड़कियों को पेश किया गया। इसकी जांच हुई और नाबालिग लड़कियों को आश्रम से बाहर निकाला गया। लड़कियों को पूरा ढककर बाहर निकाला गया। आश्रम से बसों तक की दूरी को चादरों से कवर कर दिया गया। बसों को भी कवर कर दिया गया। इलाके के लोगों को आश्रम के बाहर से हटाया गया और किसी भी तरह की फोटो खींचने और विडियॉग्रफी करने की सख्त मनाही की गई। इस दौरान कुछ लड़कियों के परिवार वाले भी थे, जिन्होंने बताया कि उनकी बच्चियों को यहां कैद करके रखा गया था। 

आश्रम में मिली अश्लील किताबें
दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति जयहिंद समेत उनकी टीम गुरुवार को दिनभर आश्रम में मौजूद थी। पुलिस के मुताबिक छापेमारी में आश्रम में आध्यात्मिक शिक्षा से जुड़ी एक भी किताब नहीं मिली। वहां से अश्लील किताबें मिली हैं। आश्रम के कमरों की तलाशी लेने पर काफी मात्रा में दवाइयां और सीरिंज भी मिली हैं।

पानी जैसा तरल पदार्थ भी मिला
पुलिस यह पता लगा रही है कि इनका इस्तेमाल क्यों किया जा रहा था। आश्रम में पानी जैसा तरल पदार्थ भी मिला है, जिसे पीने के चंद मिनट के अंदर चक्कर आने लगता है। आश्रम के अंदर प्रवेश करने पर सीढि़यों से होकर रास्ता ऊपर की ओर जाता है, छोटे से रास्ते में तीन दरवाजे हैं और सभी पर ताला लगा हुआ है।
 
क्यों पेश नहीं हो रहे आश्रम के संस्थापक : HC
दिल्ली हाई कोर्ट ने आध्यात्मिक विश्वविद्यालय (आश्रम) के उस दावे पर संदेह जताया, जिसमें कहा गया था कि वहां महिलाएं बंधक नहीं थीं। अदालत ने कहा कि यदि वहां महिलाएं स्वतंत्र थीं तो उन्हें तालाबंद दरवाजों के पीछे क्यों रखा गया था। अदालत ने आश्रम की वित्तीय जानकारी भी मांगी और पूछा कि संस्थान के संचालन के लिए पैसा कहां से मिलता है।कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश गीता मित्तल और न्यायमूर्ति सी हरिशंकर की पीठ ने पूछा कि आश्रम के संस्थापक और आध्यात्मिक प्रमुख सच्चे हैं तो वह पेश क्यों नहीं हो रहे। वह कहां हैं?
 
आश्रम में जहां लड़कियों और महिलाओं को कथित तौर पर बंधक बनाकर रखा गया था, उसकी सीबीआई जांच के दौरान आश्रम प्रमुख यदि पेश नहीं होते हैं तो उनको लेकर संदेह पैदा होता है।आश्रम के वकील ने पीठ को बताया कि आश्रम के संस्थापक वीरेंद्र देव दीक्षित दिल्ली में नहीं हैं और उन्होंने अदालत के आदेश के बारे में उन्हें किसी और के जरिए संदेश भेजा है।अदालत ने कहा कि वह जानना चाहती है कि वीरेंद्र कहां हैं। अदालत ने अधिवक्ता से कहा कि वह दीक्षित के बारे में शुक्रवार तक सूचना दें। 
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