नई दिल्ली। गत दो साल के दौरान देश भर के 51 बैंकों ने रिजर्व बैंक को अपनी शाखाओं और एटीएम में हुई लूटपाट, चोरी, डकैती और सेंधमारी की 1,934 मामलों की जानकारी दी , जिनमें बैंकों को कुल 127.90 करोड़ रुपये की चपत लगी है। वर्ष 2015-16 और वर्ष 2016-17 के बीच सबसे अधिक आपराधिक घटनायें बंधन बैंक से जुड़ी हैं। बंधन बैंक ने आरबीआई को गत दो साल में ऐसे 337 मामलों की जानकारी दी जिसमें उसे 86.39 लाख रुपये का नुकसान हुआ। आपराधिक घटनाओं के मामले में दूसरे स्थान पर स्टेट बैंक ऑफ हैदराबाद (203 मामले और 21.47 करोड़ रुपये का नुकसान) , तीसरे स्थान पर बैंक ऑफ बड़ौदा (106 मामले और 2.92 करोड़ रुपये का नुकसान) , चौथे स्थान पर बैंक ऑफ महाराष्ट्र(102 मामले और 2.26 करोड़ का नुकसान ) तथा पांचवें स्थान पर स्टेट बैंक ऑफ बीकानेर एंड जयपुर( 97 मामले और 10 करोड़ रुपये के नुकसान) रहा।
संसद में इस संबंध में श्री सुशील कुमार सिंह और श्रीमती वी.सत्यभामा द्वारा पूछे गये अतारांकित प्रश्न के जवाब में वित्त मंत्रालय ने बताया कि गत दो साल में साइबर अपराध के अतिरिक्त अन्य आपराधिक घटनाओं में सबसे अधिक 36.16 करोड़ रुपये निजी क्षेत्र के बैंक एक्सिस बैंक लिमिटेड ने (60 मामले) गंवाये। इसके बाद दूसरे स्थान पर 21.34 करोड़ रुपये का नुकसान उठाने वाला बैंक भारतीय स्टेट बैंक (203 मामले) रहा। तीसरे स्थान पर आईसीआईसीआई बैंक 13.97 करोड़ रुपये (72 मामले) , चौथे स्थान पर एचडीएफसी बैंक 6.61 करोड़ रुपये (55 मामले) और पांचवें स्थान पर पंजाब नेशनल बैंक 6.43 करोड़ रुपये (54 मामले) रहा।