नई दिल्ली। दिल्ली के मलिकपुर इलाके के एक सरकारी स्कूल में 10वीं की छात्रा ने बच्ची को जन्म दिया तो सबके होश उड़ गए। उसके होश में आने पर पता चला कि वह रेप की शिकार हो रही थी। आरोपी पड़ोस का 51 साल का ऑटो चालक निकला। उसे पुलिस ने अरेस्ट कर लिया है। शुरुआती पूछताछ में पता चला है कि वह किशोरी का 4-5 बार यौन शोषण कर चुका था। किशोरी को अपने चंगुल में रखने के लिए रुपयों का लालच देता था। लड़की को शुरू में अपने प्रेग्नेंट होने का पता नहीं चला। जब पेट फूलने लगा तो आरोपी ने उसे बच्चा गिराने की दवा खिला दी, जिसके असर से उसे स्कूल में प्री-मेच्योर डिलीवरी हो गई।
पुलिस के अनुसार, सबसे हैरानी की बात यह कि बच्ची के परिजनों को भी उसके प्रग्नेंट होने का अंदाजा नहीं लगा। उन्हें लग रहा था कि किसी बीमारी या गैस की वजह से किशोरी का पेट फूल रहा है। स्कूल से उसकी डिलीवरी की खबर मिली तो वह भी दंग रह गए। नाबालिग मां और नवजात शिशु एक सरकारी अस्पताल में भर्ती हैं। उन्होंने बताया कि पुलिस को अस्पताल से मामले की सूचना मिली थी। अस्पताल में होश आने के बाद किशोरी ने जो बताया, उससे आरोपी ऑटो वाले की करतूत का खुलासा हुआ।
किशोरी की स्कूल में डिलीवरी और पुलिस कार्रवाई की भनक लगते ही आरोपी फरार हो गया। उसे पुलिस ने शुक्रवार को अरेस्ट कर लिया। उसकी पहचान 51 साल के अब्दुल गफ्फार के तौर पर हुई। उसकी फैमिली बिहार में है। वह यहां किराए पर अकेला रहता है।
किशोरी ने 20 जुलाई को स्कूल के बाथरूम में बच्ची को जन्म दिया था। उस रोज किशोरी का कंपार्टमेंट का एग्जाम था। एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि आरोपी किशोरी की नादानी का नाजायज फायदा उठा रहा था। उसे यौन शोषण के बाद 500 तो कभी 800 रुपए देता था, ताकि वह उसके चंगुल में फंसी रहे। इस तरह चार-पांच बार रेप कर चुका था। किशोरी ने जब उसे पेट फूला होने और दर्द के बारे में बताया तो उसने उसे गर्भपात की दवा खिला दी।