नई दिल्ली। दिल्ली सरकार के पूर्व मंत्री कपिल मिश्रा अपने कहे अनुसार बुधवार से भूख हड़ताल पर पर बैठ गए हैं। आज उनकी भूख हड़ताल का तीसरा दिन है। मीडिया से बात करते हुए मिश्र ने कहा कि अरविंद केजरीवाल सवालों का जवाब देने के बजाय तीन पर्दों में छिपने की कोशिश कर रहे हैं। ये तीन बहाने बना रहे हैं कि मैं बीजेपी का एजेंट हूं, मैं कुमार विश्वास के साथ हूं, मैंने पहले क्यूं नहीं किया।
मां का खुला खत
अनशन स्थल पर पहुंचकर अनुपमा मिश्रा ने केजरीवाल के नाम खुला खत पढ़ा। भावुक अंदाज में चिट्ठी पढ़ते हुए मिश्रा ने कहा कि उनका बेटा सिर्फ सत्य का एजेंट है और उन्हें उस पर गर्व है। मिश्रा ने कहा कि केजरीवाल को भगवान से डरना चाहिए। चिट्ठी में अनुपमा मिश्रा ने लिखा, ' याद है जब तुम मेरे घर आये थे कि कपिल को पार्टी में लेना चाहता हूँ, चुनाव लड़वाना है कपिल मान नही रहा। वो केवल आंदोलन करना चाहता था, तब तुम आये थे मेरे पास कि कपिल की जरूरत है। आज तुम्हारे लोग मुझे भी भ्रष्टाचारी कह रहे है। तुम चुप हो। खत में अनुपमा मिश्रा ने दावा किया कि दिल्ली में सबसे पहले मोहल्ला सभा लगाने वाली वहीं थीं। उनके मुताबिक 2007 में आयोजित इस सभा में केजरीवाल खुद शरीक हुए थे और कपिल उसे संचालित कर रहे थे।
ये पूरा मामला
मंत्रिमंडल से बर्खास्त होने के बाद कपिल मिश्रा ने अरविंद केजरीवाल पर टैंकर घोटाले पर पर्दा डालने और दिल्ली सरकार में मंत्री सत्येंद्र जैन से 2 करोड़ रुपए लेने का आरोप लगाया था। इसके बाद वो पार्टी के 5 नेताओं के विदेश दौरों का खर्च सार्वजनिक करने की मांग को लेकर अनशन पर बैठ गए थे। इन नेताओं में केजरीवाल के रोम दौरे के अलावा संजय सिंह, मनीष सिसोदिया, सत्येंद्र जैन और आशीष खेतान के विदेश दौरे शामिल हैं। अनशन के दौरान 10 मई को कपिल मिश्रा को अंकित नाम के एक युवक ने थप्पड़ भी मारा था।