नई दिल्ली। आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरंिवद केजरीवाल ने मंगलवार को आठ फरवरी को होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए नयी दिल्ली सीट से अपना नामांकन दाखिल किया। नामांकन पत्र भरने से पहले उन्हें करीब सात घंटे तक निर्वाचन अधिकारी के कार्यालय में प्रतीक्षा करनी पड़ी। केजरीवाल के नामांकन दाखिल करने से पहले जामनगर हाउस स्थित निर्वाचन अधिकारी कार्यालय परिसर में जमकर हंगामा और नारेबाजी हुई। दरअसल नयी दिल्ली सीट से निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में पर्चा दाखिल करने वालों की लंबी कतार थी। श्री केजरीवाल दोपहर करीब बारह बजे अपने पिता गोंिबद राम केजरीवाल, मां गीता देवी, पत्नी सुनीता केजरीवाल और पुत्री हर्षिता केजरीवाल के साथ निर्वाचन अधिकारी कार्यालय आए।
इस दौरान उनके साथ उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया और पार्टी के राज्यसभा सांसद संजय सिंह के अलावा कई अन्य लोग भी थे। मुख्यमंत्री जब निर्वाचन अधिकारी कार्यालय पहुंचे तो उससे पहले 44 उम्मीदवारों को नामांकन के लिए टोकन दिया जा चुका था। श्री केजरीवाल का टोकन नंबर 45 था, लेकिन वह सीधे निर्वाचन अधिकारी के कार्यालय में चले गए। इसे लेकर पर्चा भरने आए अन्य उम्मीदवारों ने हंगामा और नारेबाजी शुरू कर दी जिसकी वजह से केजरीवाल को नामांकन भरने के लिए कई घंटों तक इंतजार करना पड़ा और वह शाम लगभग सात बजे पर्चा भर कर निर्वाचन अधिकारी कार्यालय से बाहर निकले। आम आदमी पार्टी प्रमुख का निर्वाचन अधिकारी के कार्यालय में खास आदमी वाले अंदाज को लेकर वहां मौजूद बड़ी संख्या में निर्दलीय उम्मीदवारों को पसंद नहीं आया और उन्होंने नारेबाजी और हंगामा शुरू कर दिया। उनका कहना था कि लोकतंत्र में निर्वाचन अधिकारी के कार्यालय में पर्चा भरने आने वाला कोई खास नहीं होता है और जिसकी बारी आए, वह उस वक्त ही वह अपना पर्चा दाखिल करे।