नई दिल्ली। समुद्र तटों को साफ-सुथरा बनाने और इसके लिए लोगों में जागरूकता पैदा करने के लिए पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्रालय ने सोमवार से ‘स्वच्छ-निर्मल तट अभियान’ की शुरुआत की है। एक सप्ताह का यह अभियान 10 राज्यों एवं केंद्रशासित प्रदेशों के 50 चुनिंदा तटों पर 17 नवंबर तक चलाया जायेगा। इन राज्यों एवं केंद्र शासित प्रदेशों में गुजरात, दमन एवं दीव, महाराष्ट्र, गोवा, कर्नाटक, केरल, तमिलनाडु, पुडुचेरी, आँध्र प्रदेश और ओडिशा शामिल हैं। अभियान के दौरान इन समुद्र तटों की सफाई की जायेगी। इसमें स्कूलों एवं कॉलेजों के इको-क्लबों से जुड़े छात्रों, संबद्ध जिला प्रशासनों, स्थानीय संस्थानों, स्वयं सेवकों, स्थानीय समुदायों तथा अन्य हितधारकों को शामिल किया जायेगा ताकि तटों को निर्मल बनाने के साथ-साथ उन्हें जागरूक भी किया जा सके। सभी 10 राज्यों एवं केंद्रशासित प्रदेशों में राज्य नोडल अधिकारी बनाये जायेंगे जो अभियान की निगरानी करेंगे।
हर इको क्लब से नोडल शिक्षक सफाई के दौरान तटों पर मौजूद होंगे। मंत्रालय ने निगरानी के अपने अधिकारी भी इन राज्यों में भेजे हैं। मंत्रालय ने बताया कि पूरे सप्ताह के दौरान रोजाना दो घंटे तक समुद्र तटों की सफाई की जायेगी। इस दौरान कम से कम एक किलोमीटर तट को निर्मल बनाया जायेगा। पहले से ही चिह्नित 15 समुद्र तटों पर सफाई बालू साफ करने की मशीनों का भी इस्तेमाल किया जा रहा है। सफाई के दौरान एकत्र किये गये कूड़े का कूड़ा प्रबंधन नियमों के अनुरूप समुचित तरीके से निपटान किया जायेगा। अभियान की समाप्ति पर इन 50 समुद्र तटों में से सर्वोत्तम तीन तटों को प्रशंसा पत्र दिये जायेंगे और उचित रूप से पुरस्कृत किये जायेंगे।