नई दिल्ली। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद ने जम्मू-कश्मीर जाने की इजाजत मिलने पर खुशी जाहिर करते हुए इसके लिए उच्चतम न्यायालय का आभार जताया है। आजाद ने सोमवार को यहां कहा, ‘‘ मैं उच्चतम न्यायालय को धन्यवाद देता हूं। मुझे इस बात की खुशी है कि खुद उच्चतम न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश ने कश्मीर के हालात को लेकर मेरी चिंता को संज्ञान में लिया और मुझे वहां जाने की इजाजत दी।’’ उन्होंने कहा कि वह जम्मू-कश्मीर जाकर स्थिति का आकलन करेंगे कि वहां के वास्तविक हालात क्या हैं, इसकी लोगों से मिलकर जानकारी लेंगे। वह इसकी जानकारी न्यायालय को भी देंगे।
न्यायालय के आदेश पर आजाद श्रीनगर, अनंतनाग, बारामूला और जम्मू जाएंगे। इस दौरान वह प्रेस कांफ्रेंस नहीं करेंगे। कांग्रेस नेता ने कहा, ‘‘मैने उच्चतम न्यायालय के समक्ष उन लोगों की हिफाजत के लिए चिंता जतायी जो गुलबर्ग, सोनबर्ग आदि स्थानों पर पर्यटकों से होने वाली आय पर निर्भर हैं। हस्तशिल्प, हथकरघा, रिक्शा, तांगेवाले, रेहडीवाले आदि की कमाई आज रुक गयी है। तीन महीने से सरकार का ध्यान इन छोटे काराबारियों, मजदूरों और सामान्य लोगों पर नहीं गया।
जम्मू-कश्मीर की एक तिहाई आबादी इसी तरह का काम करके अपना जीवन यापन करती है लेकिन सरकार का उन पर ध्यान नहीं है।’’ गौरतलब है कि उच्चतम न्यायालय ने सोमवार को जम्मू-कश्मीर में अनुच्छेद 370 हटाने के बाद उत्पन्न स्थितियों से संबंधित विभिन्न याचिकाओं की सुनवाई करते हुए श्री आजाद को अपने गृह राज्य जाने की अनुमति दी। पिछले दिनों श्री आजाद जब जम्मू-कश्मीर गये थे तो उन्हें हवाई अड्डे पर रोक लिया गया था और उन्हें वापस दिल्ली आना पड़ा था।