नई दिल्ली। भारतीय जनता पार्टी के जी वी एल नरसिम्हा राव ने आज राज्यसभा में पूर्व प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरु और राजीव गांधी के विरुद्ध कड़ी टिप्पणी को लेकर कांग्रेस के सदस्यों ने लगभग आधे घंटे तक कड़ा विरोध किया जिसके कारण उन्हें अपना बयान वापस लेना पड़ा। सदन में राष्ट्रपति के अभिभाषण के धन्यवाद प्रस्ताव पर चल रही चर्चा के दौरान राव ने श्री नेहरु और संविधान निर्माता बाबा सहेब भीमराव अम्बेडकर को लेकर टिप्पणी की। इसके बाद उन्होंने दिल्ली के सिख विरोधी दंगे को लेकर गांधी के विरुद्ध टिप्पणी की।
उन्होंने कहा कि ऐतिहासिक तथ्यों के आधार पर वह अपनी बात कह रहे हैं। इसका कांग्रेस के सदस्यों ने कडा विरोध करते हुए सदन के बीच में आ गये और नारे लगाने लगे। उपसभापति हरिवंश ने कहा कि सदन की कार्यवाही की जांच की जायेगी और नियम के अनुसार जो शब्द असंसदीय होगा उसे हटा दिया जायेगा लेकिन इसके बाद भी सदस्यों का हंगामा जारी रहा। सदन में विपक्ष के नेता गुलाम नबी आजाद ने कहा कि सत्ताधारी पार्टी सरकार भी चलाये और विपक्ष की भूमिका भी निभाये ऐसा नहीं हो सकता है। सरकार में बर्दाश्त करने की क्षमता होनी चाहिए और उसमें विपक्ष के आरोप को सहने की क्षमता होनी चाहिए।