नई दिल्ली। केन्द्रीय गृह सचिव राजीव गौबा ने आज यहां राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन समिति की बैठक में चक्रवाती तूफान ‘वायु’ से उत्पन्न होने वाली स्थिति और उससे निपटने के लिए राज्यों, केन्द्र शासित प्रदेशों तथा संबंधित एजेन्सियों की तैयारियों की समीक्षा की मौसम विभाग के अनुसार वायु तूफान को ‘अत्यधिक तीव्र’ श्रेणी में रखा गया है और इसके गुरूवार सुबह गुजरात के पोरबंदर और दीव के बीच वेरावल के तटीय क्षेत्रों से टकराने की आशंका है जिससे 145 से 155 किलो मीटर प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवा चलेगी जिसकी गति 170 किलो मीटर प्रति घंटे तक पहुंच सकती है। तूफान के कारण गुजरात के तटीय क्षेत्रों में भारी बारिश के साथ-साथ समुद्र में डेढ से दो मीटर तक ऊंची लहरें उठ सकती हैं।
इस स्थिति में कच्छ, देवभूमि द्वारका, पोरबंदर, जामनगर, राजकोट, जूनागढ, दीव, गिर सोमनाथ, अमरेली और भावनगर जिलों में पानी भर सकता है। मौसम विभाग की ओर से प्रभावित राज्यों के लिए नियमित बुलेटिन जारी किया जा रहा है। तूफान को देखते हुए राज्य के दस जिलों के लिए अलर्ट जारी किया गया है। वीडियो कांफ्रेन्स के जरिये बैठक में शामिल हुए गुजरात के मुख्य सचिव और दीव के प्रशासक के सलाहकार ने तूफान से निपटने की तैयारियों की जानकारी दी। गुजरात से शाम तक तीन लाख लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचा दिया जायेगा जबकि दीव से 10 हजार से अधिक लोगों का सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है।
स्थिति पर काबू पाने के लिए राष्ट्रीय आपदा मोचन बल की 52 कंपनियों को तैनात किया गया है , एक कंपनी में करीब सौ जवान होते हैं। सेना की 10 कंपनियों को भी तैयार रखा गया है। साथ ही नौसेना के युद्धपोतों और विमानों को भी तैयार रहने को कहा गया है। नौसेना की जरूरत के अनुसार गोताखोरों और बचाव दल की टीमों को भी तैयार रखा गया है। मुंबई में नौसेना के अस्पताल अश्वनी में आपात स्थिति के मद्देनजर पूरी तैयारी की गयी है। लंबी दूरी के टोही विमान पी 8 आई और वायु सेना के परिवहन विमान आई एल-78 को भी राहत और बचाव अभियान के लिए तैयार रहने को कहा गया है।