नई दिल्ली। लोकसभा चुनाव के सातवें और आखिरी चरण में कुछ स्थानों पर हिंसा की छिटपुट घटनाओं के बीच सात राज्यों और एक केंद्र शासित प्रदेश की 59 सीटों पर रविवार को करीब 61 प्रतिशत मतदान हुआ। चुनाव आयोग के अनुसार, पश्चिम बंगाल और पंजाब में कुछ जगहों पर हिंसा की छिटपुट घटनाओं को छोड़कर मतदान शांतिपूर्ण रहा और शाम छह बजे तक 60.61 प्रतिशत मतदाता अपने मताधिकार का इस्तेमाल कर चुके थे। इसके बाद भी कुछ स्थानों पर मतदाताओं की कतारें लगी हुई थीं। पश्चिम बंगाल में सबसे अधिक 73.40 प्रतिशत, झारखंड में 70.77 प्रतिशत, मध्य प्रदेश में 69.36 प्रतिशत, हिमाचल प्रदेश में 66.50 प्रतिशत, केन्द्र शासित चंडीगढ़ में 63.57 प्रतिशत, पंजाब में 58.95 प्रतिशत, उत्तर प्रदेश में 54.81 प्रतिशत तथा बिहार में 51.15 प्रतिशत वोट पड़े।
सात चरणों में संपन्न चुनाव में सबसे अधिक 69.57 प्रतिशत मतदान पहले चरण में हुआ था। दूसरे चरण में 69.44 प्रतिशत, तीसरे में 68.40 प्रतिशत, चौथे चरण में 65.50 प्रतिशत, पाँचवें में 64.16 प्रतिशत और छठे चरण में 64.40 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया था। सातवें चरण के मतदान की समाप्ति के साथ ही आज प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, केन्द्रीय मंत्रियों रविशंकर प्रसाद, हरसिमरत कौर बादल, हरदीप सिंह पुरी, मनोज सिन्हा और आर.के. सिंह की चुनावी किस्मत ईवीएम में कैद हो गयी। इनके अलावा झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री शिबू शोरेन, शत्रुघ्न सिन्हा, अनुराग ठाकुर, बीबी जागीर कौर, पवन बंसल, किरण खेर, मीसा भारती, सनी देओल, अतुल कुमार अंजान, महेन्द्र नाथ पांडे और अनुप्रिया पटेल समेत कई प्रमुख नेताओं के चुनावी भाग्य का फैसला भी अंतिम चरण के मतदान से होना है।