कैंडी (श्रीलंका)। 2001 में श्रीलंका की धरती पर इंग्लैंड की पहली टेस्ट सीरीज जीत भी थी, लेकिन इसके बाद इतने वर्षों तक इंग्लैंड श्रीलंका को उसके घर में हरा नहीं पाया था। इसका सबसे बड़ा कारण था, श्रीलंकाई टीम में कुमार संगकारा और महेला जयवर्धने जैसे दिग्गजों का होना।
संगकारा और जयवर्धने के संन्यास के बाद श्रीलंका की टीम खेल के तीनों फॉर्मेट में फिसड्डी साबित हुई है और यही एक सबसे बड़ा कारण रहा कि इंग्लैंड ने मौजूदा कमजोर श्रीलंकाई टीम को मात देकर 17 साल बाद टेस्ट सीरीज में जीत हासिल की।
कैंडी में खेले गए दूसरे टेस्ट मैच में जीत के साथ ही इंग्लैंड ने 3 मैचों की टेस्ट सीरीज में 2-0 से अजेय बढ़त बना ली है। जैक लीच के पांच विकेट की बदौलत इंग्लैंड ने पांचवें और अंतिम दिन श्रीलंका को 57 रन से हरा दिया। पांचवें दिन इंग्लैंड ने सिर्फ 30 मिनट में श्रीलंका के बाकी तीनों विकेट चटकाकर जीत दर्ज की।
बाएं हाथ के स्पिनर लीच (83 रन पर पांच विकेट) ने मलिंदा पुष्पकुमार (01) का कैच अपनी ही गेंद पर लपककर श्रीलंका की पारी का अंत किया। मोईन अली ने लीच का अच्छा साथ निभाते हुए 72 रन देकर चार विकेट हासिल किए। श्रीलंका 301 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए अंतिम दिन 243 रन पर ढेर हो गई। टीम की ओर से एंजेलो मैथ्यूज (88) और दिमुथ करुणारत्ने (57) ने अर्धशतक जड़े, जबकि रोशन सिल्वा (37) और निरोशन डिकवेला (35) ने उपयोगी पारियां खेली, लेकिन टीम को जीत नहीं दिला सके।