लखनऊ। जोश से लबरेज यूथ ब्रिगेड के दम पर विंडीज के खिलाफ तीन मैचों की टी-20 श्रृखंला फतेह करने के इरादे से टीम इंडिया बुधवार को जब मैदान में उतरेगी तो उसके साथ नए नवेले इकाना स्टेडियम को भी कड़े इम्तिहान से गुजरना होगा। लखनऊ में 24 साल के बाद किसी अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट मैच का आयोजन किया जा रहा है जिसका उद्घाटन मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ मंगलवार सुबह करेंगे।
दीपावली की पूर्व संध्या पर उप्र क्रिकेट संघ के इस मैदान पर खेले जाने वाले दूसरे टी-20 मुकाबले में खेल प्रेमियों को गुलाबी ठंड के बीच चौके-छक्कों की आतिशबाजी का बेसब्री से इंतजार होगा। हालांकि पिच का व्यवहार और ओस उनकी इस तमन्ना पर खासा असर डालेगी। काली मिट्टी से निर्मित पिच पर खेले जाने वाले इस मैच में गेंद के धीमी गति से आने के कयास लगाए जा रहे हैं, जिससे लगता है कि कोलकाता की तरह यह मैच भी कम स्कोर वाला हो सकता है।
कुलदीप के सामने प्रदर्शन बरकरार रखने की चुनौती
पहले मैच में जीत से दूर करने वाले चाइनामैन गेंदबाज कुलदीप यादव के एक्शन को कैरिबायाई बल्लेबाज और टीम प्रबंधन खासा विश्लेषण कर चुके होंगे। अंतिम एकादश में लगभग अपनी जगह पक्की कर चुके कुलदीप के सामने प्रदर्शन को बरकरार रखने के साथ ही घरेलू दर्शकों की उम्मीदों का दवाब भी होगा। वहीं धोनी की जगह टीम में विकेट कीपिंग का जिम्मा उठा रहे ऋषभ पंत कोलकाता में की गई भूल को सुधार कर टीम में अपने चयन को सही सिद्ध करने की पुरजोर कोशिश करेंगे।
क्यूरेटर की भविष्यवाणी - 130 रन का लक्ष्य भी होगा मुश्किल
टी-20 को हमेशा बल्लेबाजों के अनुकूल प्रारूप माना जाता है लेकिन एक स्थानीय क्यूरेटर के अनुसार भारत और विंडीज के बीच यहां होने वाले दूसरे अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट मैच के कम स्कोर वाला होने की उम्मीद है। यहां नवनिर्मित इकाना स्टेडियम पहली बार अंतरराष्ट्रीय मैच की मेजबानी करेगा। एक स्थानीय क्यूरेटर के अनुसार पहले बल्लेबाजी करने वाली टीम के लिए 130 से अधिक का स्कोर विजयी स्कोर साबित हो सकता है। क्यूरेटर ने बताया, निश्चित तौर पर यह बड़े स्कोर वाला मैच नहीं होगा। पिच के दोनों तरफ लंबी सूखी घास है और बीच में पिच टूटी हुई है। यह धीमे उछाल वाली पिच है और शुरूआत से ही स्पिनरों के बड़ी भूमिका निभाने की उम्मीद है।
महाराष्ट्र-ओडिशा की मिट्टी
यूपीसीए के इस स्टेडियम में बीसीसीआई ने आउटफील्ड और पिच में महाराष्ट्र और ओडिशा की मिट्टी का प्रयोग किया है। इसके पीछे बीसीसीआई का तर्क है कि यह एक अभिनव प्रयोग है और अगर यह सफल होता है तो इसे देश के अन्य स्टेडियमों में भी अमल में लाया जाएगा। पिच मामलों के जानकार हालांकि इसे फटाफट क्रिकेट के लिहाज से उचित नहीं मानते। उनका मानना है कि टी-20 में लोग बल्ले से रन निकलते देखने के लिए आते हैं और अगर मैच में रन नहीं बरसते हैं तो इसका प्रतिकूल असर नए नवेले स्टेडियम की प्रतिष्ठा पर पड़ सकता है। इकाना में कुल नौ पिचों में से पांच मुंबई के कल्याण से लाई गई लाल मिट्टी, जबकि चार ओडिशा के आदिवासी क्षेत्र की काली मिट्टी से निर्मित हैं।
पिछली गलती दोहराना नहीं चाहेंगे रोहित शर्मा
पहले मैच में सस्ते में अपना विकेट गंवाने वाले कप्तान रोहित शर्मा एक बार फिर वही गलती दोहराने की भूल नही करेंगे। रोहित को अच्छी तरह पता है कि उनका निरंतर उम्दा प्रदर्शन विंडीज के लिए मुसीबत और अपनी टीम के लिए विजय का रास्ता आसान कर सकता है। एक दिवसीय सीरीज में नाकाम रहे सलामी बल्लेबाज शिखर धवन का आगाज टी-20 में भी फीका रहा है। इस मैच में अगर उन्हें मौका मिलता है तो वह अपने नैसर्गिक खेल का प्रदर्शन करना चाहेंगे, ताकि खोई फार्म वापस पाई जा सके, वहीं टीम की बेंच स्ट्रैंथ में श्रेयस अय्यर और वॉशिंगटन सुंदर टीम में जगह पाने के लिए बेकरार होंगे। मध्यम तेज गेंदबाज भुवनेश्वर कुमार के फिट होने के बाद टीम में उमेश यादव को प्रतिस्पर्धा का सामना करना पड़ सकता है। घरेलू मैदान पर कुमार अब तक ज्यादा असरदार रहे है।
विंडीज को खल रही आंद्रे रसेल की कमी
कैरिबीयाई टीम को इस समय हरफनमौला आंद्रे रसेल की कमी खल रही है। छोटे फॉर्मेट में गेंद और बल्ले से विपक्षी टीम को दवाब में लाने की कला के विशेषज्ञ रसेल घुटने की चोट के चलते नहीं खेल रहे हैं। भारत दौरे में विंडीज की दोनों टीमों के बीच खेले गए 9 टी-20 मैचों में भारत को 5 में हार का सामना करना पड़ा है। 3 मैच भारत के खाते में गए है, जबकि एक में कोई परिणाम नहीं निकला है।