मुंबई। मुंबई क्रिकेट संघ ने बीसीसीआई की प्रशासकों की समिति को पत्र लिखकर भारत और वेस्टइंडीज के बीच चौथा वनडे मैच वानखेड़े स्टेडियम से हटाकर क्रिकेट क्लब आफ इंडिया पर कराने का कारण पूछा है। मैच पर काफी पहले से ही संकट के बादल छा गए थे। इनमें एमसीए का बैंक खाता संचालित नहीं कर पाने और स्टेडियम में विज्ञापन अधिकारों के लिये निविदा सूचना जारी नहीं करना जैसी समस्याएं प्रमुख थीं।
बीसीसीआई ने कल यह मैच वानखेड़े की बजाय ब्रेबोर्न स्टेडियम पर कराने का फैसला लिया था। एमसीए के सीईओ सी एस नाईक ने सीओए को लिखे ईमेल में दावा किया कि उन्हें इस संबंध में बीसीसीआई से कोई पत्र नहीं मिला और यह फैसला उनके लिए हैरानी भरा था।
मैच अब ब्रेबोर्न स्टेडियम पर होगा
उन्होंने कहा, हमें आपकी ओर से इस आशय का कोई पत्र नहीं मिला था। हमें मीडिया से पता चला कि मैच अब ब्रेबोर्न स्टेडियम पर होगा। हम आपसे अनुरोध करते हैं कि इस फैसले के कारणों से हमें अवगत कराया जाये। बीसीसीआई ने शुक्रवार को ही ऐलान किया था कि मैच 29 अक्टूबर को ब्रेबोर्न स्टेडियम पर खेला जायेगा। बीसीसीआई ने एक बयान में कहा, प्रशासकों की समिति के निर्देशों के तहत भारत और वेस्टइंडीज के बीच चौथा वनडे 29 अक्टूबर को वानखेड़े स्टेडियम की बजाय क्रिकेट क्लब आफ इंडिया पर खेला जायेगा। मुंबई क्रिकेट संघ ने वानखेड़े स्टेडियम पर इसकी मेजबानी में असमर्थता जताई थी।
एमसीए ने की तदर्थ समिति के गठन की मांग
मुंबई क्रिकेट संघ (एमसीए) के सचिव उन्मेष खानविलकर और एक अन्य सदस्य ने मुंबई हाई कोर्ट में जाकर वनडे के लिए ‘तदर्थ समिति’ गठित करने की मांग की थी। हाई कोर्ट ने इसपर उनसे सुप्रीम कोर्ट के पास जाने के लिए कहा था। इसी बीच एमसीए अधिकारियों ने मंगलवार को बीसीसीआई के सीनियर अधिकारियों से मुलाकात की थी और उन्हें कुछ मुश्किलों से अवगत कराया था। वहीं एमसीए के एक अधिकारी ने कहा था, हमने 29 अक्टूबर को होने वाले मैच के लिए अभी तक स्टेडियम के अंदर विज्ञापन, खानपान, साफ सफाई, निजी सुरक्षा आदि के लिए निविदा नहीं दी है।