नई दिल्ली। मी टू कैंपेन अब तूफान का रूप ले चुका है। अमेरिका से भारत तक की महिलाएं यौन या मानसिक उत्पीड़न की अपनी कहानियां साझा कर रही हैं। मी टू की कड़ी में नाना पाटेकर-आलोक नाथ जैसे कलाकार, एमजे अकबर जैसे राजनेता और नौकरशाह के अलावा अर्जुन रणतुंगा-लसिथ मलिंगा जैसे क्रिकेटर्स के नाम सामने आ चुके हैं। इस मूवमेंट में शामिल होने वाला ताजा नाम भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) के सीईओ राहुल जौहरी का है।
सीओए ने अपनी एक विज्ञप्ति में कहा, सोशल मीडिया सहित कुछ मीडिया वर्ग में ऐसी खबरें आ रही है, जिनमें एक महिला ने ट्विटर के जरिए जौहरी के खिलाफ यौन उत्पीड़न के आरोप लगाए हैं। यह आरोप उनके पिछले कार्यकाल से जुड़े हैं, लेकिन ये मी टू अभियान का एक हिस्सा है। सीओए ने कहा, इन आरोपो के संबंध में जौहरी से एक सप्ताह के अंदर जवाब देने को कहा गया है। इसके बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।
मुझे घर तब बुलाया, जब उनकी पत्नी घर पर नहीं थी
एक ट्विटर हैंडल से ई-मेल का स्क्रीन शॉट शेयर करते हुए बीसीसीआई के सीईओ राहुल जौहरी पर यौन प्रताड़ना का आरोप लगाया गया है। ट्वीट में कहा गया है, कई आला अधिकारियों के खिलाफ मीडिया में ई-मेल भेजे गए हैं। पीड़िता ने सभी नाम नहीं बताने को कहा है। राहुल जौहरी, तुम्हारा समय खत्म, #मीटू। महिला ने जौहरी पर आरोप लगाया है, मेरी राहुल जौहरी से जॉब के सिलसिले में मुलाकात हुई थी। हम दोनों एक कॉफी शॉप में मिले थे और तब वो नौकरी के बदले मुझसे कुछ चाहते थे। बीसीसीआई का सीईओ बनने से पहले राहुल जौहरी डिस्कवरी नेटवर्क एशिया पेसिफिक के एग्जीक्यूटिव वाइस प्रेसीडेंट और जनरल मैनेजर (साउथ एशिया) के तौर पर कार्यरत थे।
महिला ने आरोप लगाया है कि नौकरी के इंटरव्यू के बहाने वह उसे अपने घर ले गए थे। शेयर की गई आपबीती के मुताबिक राहुल जौहरी उस महिला को उस वक्त अपने घर ले गए, जब उनकी पत्नी वहां नहीं थी। जौहरी की हरकत के आगे वह बेबस थी। वह बताती है कि शर्मनाक घटना' का बोझ लिए आज भी घूम रही है। लोक लाज के भय से ये बात अब तक छुपाए रखी, लेकिन... इसमें मेरी कोई गलती नहीं है। एक महिला पत्रकार ने जौहरी पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया है। हालांकि उस महिला पत्रकार ने अपनी पहचान उजागर नहीं की है। जौहरी 2016 से ही बीसीसीआई के मुख्य कार्यकारी अधिकारी पद पर कार्यरत हैं।