दुबई। भारत ने लगातार जबरदस्त प्रदर्शन करते हुए एशिया कप क्रिकेट टूर्नामेंट के फाइनल में जगह बना ली है और अब उसके पास अफगानिस्तान के खिलाफ मंगलवार को होने वाले अपने अंतिम सुपर-4 मुकाबले में अपनी बेंच को आजमाने का अच्छा मौका होगा। भारत ने ग्रुप मैचों में हांगकांग को 26 रन से और पाकिस्तान को आठ विकेट से हराया, जबकि सुपर-4 में उसने बांग्लादेश को सात विकेट से और पाकिस्तान को नौ विकेट से मात दी।
दूसरी तरफ अफगानिस्तान ने ग्रुप मैचों में बांग्लादेश और श्रीलंका को हराकर उलटफेर की जो उम्मीदें जगायीं थी वे सुपर-4 में पाकिस्तान और बंगलादेश से मिली हार से दम तोड़ गई। अफगानिस्तान को अब यह मैच अपना सम्मान बचाने के लिए खेलना है और भारत के सामने कड़ी चुनौती पेश करनी है।
बेंच को आजमाने का मौका
भारत का 28 सितंबर को होने वाले फाइनल में पाकिस्तान और बांग्लादेश के बीच आखिरी सुपर-4 के मैच के विजेता से मुकाबला होना है। उससे पहले भारत के पास अपनी बेंच को आजमाने और फाइनल के लिए कुछ खिलाड़ियों को विश्राम देने का मौका रहेगा। भारत अफगानिस्तान के खिलाफ मुकाबले में बाएं हाथ के तेज गेंदबाज खलील अहमद और सिद्धार्ध कौल को मौका दे सकता है, जबकि अनुभवी तेज गेंदबाजों जसप्रीत बुमराह और भुवनेश्वर कुमार को विश्राम दिया जा सकता है।
खलील ने हांगकांग के खिलाफ पहले मैच में तीन विकेट लिए थे, लेकिन अगले मैच में बुमराह की वापसी के बाद से वह फिर एकादश में नहीं खेले हैं। मौका पाने वालों की कतार में माध्यम तेज गेंदबाज दीपक चाहर भी हैं, जिन्हे अभी वनडे पदार्पण करना है। बल्लेबाजी में मनीष पांडेय और लोकेश राहुल में मौका पाने वालों की कतार में हैं। लगातार बेहतरीन प्रदर्शन कर रहे और पाकिस्तान के खिलाफ आक्रामक शतक जमाकर मैन आॅफ द मैच बने शिखर को विश्राम दिया जा सकता है। शिखर को विश्राम देकर राहुल को ओपंिनग में आजमाया जा सकता है। भारत के लिए एक ट्वंटी-20 मैच खेल चुके दीपक को अभी वनडे पदार्पण करने का इंतजार है।
सिद्धार्थ और राहुल ने अपने आखिरी वनडे 14 जुलाई को लॉर्ड्स में इंग्लैंड के खिलाफ खेले थे। 22 वनडे खेल चुके मनीष ने अपना अंतिम वनडे मैच 17 दिसम्बर 2017 को विशाखापत्तनम में श्रीलंका के खिलाफ खेला था। भारत एशिया कप के जरिए अगले साल के विश्व कप के अपने संयोजनों को आजमा रहा है। हालांकि एक मैच से किसी खिलाड़ी की पूरी परीक्षा नहीं हो सकती लेकिन जो खिलाड़ी एक मौके का भी फायदा उठा लेता है वह आगे की होड़ में बना रह सकता है।